उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस के लिए रणनीति बना रहे प्रशांत किशोर ने तय किया है कि वह प्रियंका गांधी को भी चुनावी रैलियों में उतारेंगे। लेकिन उससे पहले कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को आगे किया जाएगा। प्रशांत किशोर राज्य में राहुल गांधी से पदयात्रा या फिर कुछ रोडशो करवाएंगे। पूरे कार्यक्रम को एक दो दिन में फाइनल कर लिया जाएगा। गौरतलब हो कि राज्य में शीला दीक्षित और राज बब्बर के रोड शो पहले से चल रहे हैं। यूपी में चुनाव प्रचार की तैयारी तेज करते हुए कांग्रेस ने ‘27 साल यूपी बेहाल’ नारे के साथ यात्रा भी शुरू की थी। इसमें पहले बस यात्रा हुई थी और फिर रोड शो। लेकिन बस यात्रा की शुरुआत में ही शीला दीक्षित की तबीयत बिगड़ गई और रोड शो के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को चोट लग गई। सोनिया का वह रोडशो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हो रहा था। रोडशो को बीच में ही छोड़कर सोनिया को इलाज के लिए दिल्ली आना पड़ा था। उन्हें हाल ही में गंगाराम हॉस्पिटल से छुट्टी मिली है। सोनिया ने कहा था कि वह ठीक होने पर अपनी यात्रा को पूरा करने के लिए जाएंगी।
गौरतलब हो कि मंगलवार (16 अगस्त) को प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के ब्राह्मण नेताओं के साथ मुलाकात की थी। पूर्व लोकसभा सांसद जतिन प्रसाद के घर हुई इस मुलाकात में कांग्रेस के दिग्गज ब्राह्मण नेता मौजूद थे। मीटिंग में ब्राह्मण नेताओं ने लगभग 100 सीटें मांगी हैं। फिलहाल यह तय नहीं हुआ है कि उनकी बात मानी जाएगी या नहीं। वहीं यूपी के मामले में शीला दीक्षित को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाकर कांग्रेस अपना ब्राह्मण ‘प्रेम’ पहले ही जाहिर कर चुकी है। शीला दीक्षित का जन्म पंजाब के कपूरथला में 31 मार्च 1938 को हुआ था। वह दिल्ली की सीएम बनने से पहले 1984 से 1989 तक उत्तर प्रदेश के कन्नौज से सांसद रहीं। शीला का ससुराल यूपी भी में है। शीला यूपी में कांग्रेस के दिग्गज नेता उमाशंकर दीक्षित के परिवार की बहु हैं। उमाशंकर दीक्षित केंद्रीय मंत्री के साथ-साथ राज्यपाल भी रहे हैं।
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