कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज अपने दो दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ पहुंचे। राहुल ने आज जिले की कोयला ब्लॉक परियोजना से प्रभावित इलाकों का दौरा किया तथा ग्रामीणों से बातचीत की।

कांग्रेस उपाध्यक्ष आज दो दिवसीय प्रवास के पहले दिन जिला मुख्यालय से लगभग 80 किमी दूर पोड़ी-उपरोड़ा विकास खण्ड के वनांचल क्षेत्र मदनपुर पहुंचे। वहां उन्होंने क्षेत्र का दौरा किया तथा चौपाल लगाकर मदनपुर साउथ, ईस्ट और मोरगा कोल ब्लॉक से प्रभावित होने वाले मदनपुर, पतुरियाडांड, गिद्घमुड़ी, मोरगा, भुलसीभावना, खिरटी, उच्लेंगा, पुटा, परोगिया, जामपानी, कैरहियापारा, साल्टी, घाटबरी, हरिहरपुर, फतेपुर सहित 20 गांव के निवासियों से मुलाकात की तथा उनसे चर्चा कर उनकी समस्याओं से रूबरू हुए।

राहुल ने यहां पिछले 42 वर्षो से मिनीमाता बांगो बांध से प्रभावित किसानों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं की जानकारी ली। ग्रामीणों ने कोयला ब्लॉक परियोजना शुरू किए जाने का विरोध करते हुए अपनी जमीन देने से इंकार करने की बात कही। ग्रामीणों ने राहुल गांधी को बताया कि यह क्षेत्र पांचवीं अनुसूची में शामिल है और यहां पेसा अधिनियम 1996 लागू होता है।

केन्द्र सरकार ने ‘नो गो एरिया’ को खत्म करते हुए विरोध को दरकिनार कर कोयला ब्लॉक के आबंटन की प्रक्रिया आगे बढ़ा दी है। इस मामले में वनाधिकार मान्यता कानून 2006 की भी अनदेखी की गई है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि इस गांव के ग्रामीणों ने विशेष ग्राम सभा आयोजित कर कोयला ब्लॉक परियोजना के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया था।

किसानों ने कहा कि कोयला ब्लॉक परियोजना के शुरू होने से हजारों एकड़ कृषि भूमि एवं वनांचल क्षेत्र प्रभावित होगा। उनकी पैतृक संपत्ति उजड़ जायेगी और उन्हें भू-विस्थापितों की जिंदगी बितानी पड़ेगी। इसके अलावा हसदेव अरण्य क्षेत्र के नाम से चिन्हित इस क्षेत्र में कोयला ब्लॉक परियोजना से जंगली जानवर भी प्रभावित होंगे। ग्रामीणों ने राहुल गांधी को बताया कि सरकार की कार्रवाई से जंगल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि उनके विरोध के बाद भी परियोजना के लिए दबाव बनाया जा रहा है जो उनको कतई मंजूर नहीं है। ग्रामीणों ने कहा कि इसका विरोध कर आंदोलन का रास्ता अख्तियार किया जायेगा।

ग्रामीणों ने यह भी बताया कि हसदेव अरण्य क्षेत्र कोरबा और सरगुजा क्षेत्र में फैला हुआ है। इस क्षेत्र में कुल 20 कोयला ब्लॉक हैं जिसमें 45 हजार 883 एकड़ भूमि समाहित होगी। इसमें कोरबा जिले की 26712.67 एकड़ भूमि शामिल है।

राहुल गांधी छत्तीसगढ़ के दो दिवासीय प्रवास पर हैं। वह यहां एक पदयात्रा में भी शामिल होंगे।