कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र की सांसद आदर्श ग्राम विकास योजना पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि एक गांव को बदलने से पूरे देश के गांवों का विकास नहीं हो सकता और इस योजना को ऊपर से थोपा नहीं जाना चाहिये।

राहुल ने योजना के लिये धन का स्पष्ट प्रावधान नहीं किये जाने का आरोप भी लगाया और कहा कि केंद्र ने अब तक यह नहीं बताया है कि इस योजना के लिये धन कहां से और कितनी मात्रा में आएगा।

राहुल ने अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी के दो दिवसीय दौरे के पहले दिन सांसद आदर्श ग्राम विकास योजना के लिये खुद गोद लिये गये जगदीशपुर गांव में आयोजित जनसभा में कहा ‘‘योजना के तहत मैंने गांव चुन लिया, मगर सचमुच में मेरी सोच अलग है। मेरी सोच हर गांव को शक्ति देने की है, एक गांव को नहीं। एक गांव के माडल बन जाने से हिन्दुस्तान के सारे छह लाख गांव नहीं बदलने वाले हैं। मेरे संसदीय क्षेत्र में 700 गांव हैं।’’

उन्होंने कहा ‘‘मेरी सोच है कि अगर एक-एक गांव को बदलना है तो हमें गांव की जनता को शक्ति देनी होगी। कमी यह है कि आपके हाथ में शक्ति नहीं है। ऊपर से देश चलाया जा रहा है। हम मनरेगा, आरटीआई लाये, हिन्दुस्तान के हर व्यक्ति के लिये अधिकार लाये। मेरी सोच है कि हर व्यक्ति को शक्ति और अधिकार देना है।’’
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने केंद्र से सवाल किया ‘‘मुझे अच्छी तरह समझ नहीं आया कि आपने योजना तो बनायी मगर इसके लिये कोष (फंड्स) क्या हैं, आप इस योजना के लिये कितना पैसा भेज रहे हैं, यह भी तो बता दीजिये। अगर विकास करना है तो कुछ ना कुछ फंड की भी जरूरत होती है।’’

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘‘जिस प्रकार से आप गांव साफ करते हैं, वह आपकी जिम्मेदारी है। आपका गांव है, आपका घर है, यह आपका देश है। हम यह भी चाहते हैं कि गांव साफ रहे। मेरी सोच है कि इसे ऊपर से आप पर थोपा नहीं जाना चाहिये।’’

राहुल ने कहा ‘‘गांव का अपना तौर-तरीका होता है, भाईचारा होता है, वह बहुत पहले से चला आ रहा है। एक प्रकार से वही आपकी शक्ति है। उस शक्ति को मैं समझता हूं और उसका आदर करता हूं। सबसे जरूरी बात यह है कि मैं आपका भरोसा करता हूं। मैं जानता हूं कि आप अपना गांव भाईचारे से चलाएंगे।’’

इससे पहले, राहुल ने रायबरेली पहुंचकर वरिष्ठ कांगे्रस नेता टी. एन. त्रिपाठी के घर जाकर संवेदना प्रकट की। त्रिपाठी के बेटे की करीब 10 दिन पहले मृत्यु हो गयी थी। शोकाकुल परिजनों के मुताबिक राहुल ने कहा कि दुख की इस घड़ी में वह उनके साथ हैं। बेटे को खोने का गम ठीक वैसा ही जैसा अपने पिता को खोने का दुख। बाद में राहुल का जगह-जगह गर्मजोशी से स्वागत किया गया। सिविल लाइंस में कुछ युवाओं ने उनसे प्रियंका गांधी को सक्रिय राजनीति में लाने का आग्रह किया। उन्होंने राहुल ने कहा कि सिर्फ प्रियंका ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को माकूल जवाब दे सकती हैं।

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने अमेठी संसदीय क्षेत्र में आने वाले तिंदवा, दूनी का पुरवा, घूरन, जमालपुर, महमदपुर नामकसार, पूरे शिव प्रसाद, रहीमगंज तथा खेरवा, कुखा तथा पूरे निरही गांवों का दौरा किया जहां उनका भव्य स्वागत किया गया।

स्थानीय लोगों ने राहुल से कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूलों के अंशकालिक शिक्षकों का वेतन बढ़ाने तथा तिंदवा गांव में ट्रेन का ठहराव कराने की मांग की। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने धूनी का पुरवा में सौर उर्च्च्जा पम्प परियोजना का उद्घाटन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने इस परियोजना के तहत छूटे गांवों को शामिल करने की मांग की। पूरे नरही गांव में लोगों ने उनसे सड़क निर्माण की मांग भी की।

राहुल ने कुकहा गांव में नुक्कड़ सभा भी की और कहा कि सत्ता में नहीं होने के बावजूद वह ग्रामीणों की समस्याओं को सुलझाने की पूरी कोशिश करेंगे।
इसके पूर्व, लखनऊ में अमौसी हवाई अड्डे पर उतरने के बाद संवाददाताओं से संक्षिप्त बातचीत में राहुल ने केन््रदीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के आपत्तिजनक बयान के बारे में पूछे जाने कहा कि वह बयान बिल्कुल गलत है।