कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भावुक होने पर हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि जब हम बोलेंगे तो पीएम और अधिक भावुक होंगे। प्रधानमंत्री संसद में क्‍यों नहीं आते? वे टीवी और पोप कंसट में बोल सकते हैं लेकिन संसद में नहीं? गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में भाजपा सांसदों को नोटबंदी पर संबोधित करने के दौरान भावुक हो गए थे। उन्‍होंने कहा कि नोटबंदी को सर्जिकल स्‍ट्राइक ना कहा जाए।पीएम ने कहा कि विपक्ष गलत जानकारी फैला रहा है। उन्‍होंने भाजपा सांसदों से कहा कि वे इस बारे में जनता को जागरूक करें और इस कदम के फायदे बताएं। नोटबंदी कालेधन और भ्रष्‍टाचार के खिलाफ लड़ाई का अंत नहीं है बल्कि यह शुरुआत है।

गौरतलब है कि पीएम मोदी ने आठ नवंबर को 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बंद करने का एलान किया था। नोटबंदी के चलते संसद में काम नहीं हो पा रहा है। विपक्ष प्रधानमंत्री मोदी को संसद में आने की मांग कर रहा है। उनका कहना है कि पीएम को राज्‍य सभा में आकर नोटबंदी पर जवाब देना चाहिए। विपक्ष लोक सभा में वोटिंग और बहस की मांग कर रहा है। सरकार का कहना है कि पीएम मोदी राज्‍य सभा में नहीं बोलेंगे। लेकिन वित्त मंत्री अरुण जेटली इस पर जवाब देने को तैयार है।