दिल्ली से सटे नोएडा में आए दिन नियमों की अनदेखी होती रहती है। कई लोग लापरवाही से वाहन चलाते हैं, किसी भी नियम का पालन नहीं करते और फिर उनका चालान कट जाता है। लेकिन फिर भी ऐसे भी लोग मौजूद हैं जिनमें कानून का कोई खौफ नहीं है, उन्हें लगता है कि वे बचकर निकल जाएंगे। अब ऐसे ही लोगों के लिए एक बुरी खबर है। नोएडा में पिछले कुछ सालों से एक ऐसी तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है जिसके जरिए कई लोगों के ताबड़तोड़ चालान कट रहे हैं।

असल में साल 2019 में पुलिस द्वारा रडार आधारित ऑटोमैटिक ट्रैफिक डिटेक्‍टर लगाया गया था। ये कहने को दिखता एक खंभे जैसा है, लेकिन रात के समय में ये हर गाड़ी पर अपनी निगाहें रखता है, कितना भी अंधेरा क्यों ना हो, वो नंबर प्लेट को साफ तरह से देख सकता है। उसी वजह से आसानी से नियम तोड़ने वालों की पहचान हो जाती है और जुर्माना देना पड़ता है। जब 2019 में इसकी शुरुआत हुई थी, 5 दिन के अंदर में 1200 से ज्यादा चालान कट गए थे।

अब सभी के मन में सवाल है कि आखिर ये तकनीक आई कहा से है, तो आपको बता दें कि सबसे ज्यादा इसका सहारा दुबई और कुछ यूरोपीय देशों में होता है। असल में उन देशों में भी पहले नियमों को लेकर लापरवाही दिखती थी, लेकिन जब लगातार जुर्माने लगने शुरू हुए, स्थिति सुधर गई। अब वही फॉर्मूला भारत में इस्तेमाल होता दिख रहा है। नोएडा में तो कई लोगों के चालान कटने भी शुरू हो चुके हैं।

ओवर स्पीडिंग से लेकर लाल बत्ती पर नहीं रुकने तक, हेलमेट ना पहनने से लेकर ओवर टेक करने तक, हर चूक को ये रडार आसानी से पकड़ लेगा।