पंजाब के खडूर साहिब से हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। जहां दो गुटों में आपसी विवाद का निपटारा करने गई पुलिस खुद शिकार बन गई। मामला ऐसा हो गया कि बीच बचाव करने मौके पर गए सब इंस्पेक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई और एएसआई की पीट-पीटकर हाथ तोड़ दिया गया। दुर्भाग्य की बात ये रही की आला अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। लेकिन फिर अभी तक कोई भी अपराधी गिरफ्तार नहीं हो पाया है। आइए जानते हैं पूरी घटना…

खडूर साहिब विधानसभा में कोट मोहम्मद खां गांव है। जहां के सरपंच कुलदीप सिंह के बेटे का गांव के ही अर्शदीप सिंह से करीब पिछले कुछ दिनों से विवाद चल रहा था। दोनों के बीच विवाद ऐसा हो गया था कि दोनों कई बार एक दूसरे के आमने-सामने आ चुके थे।

बीच बचाव करने पर भड़के आरोपी

इसी मामले में बीते बुधवार को सुबह 11 बजे एक बार फिर दोनों ओर से कहासुनी हुई। अमर उजाला रिपोर्ट के अनुसार शाम चार बजे विवाद का निपटारा करने का समय तय हुआ। लेकिन सरपंच गुट की ओर से पहले ही फिर से गुंडागर्दी शुरू कर दी गई। स्थिति को देखते हुए तुरंत थाना श्री गोइंदवाल साहिब के एडिशनल प्रभारी सब इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह की अगुवाई में एएसआई जसबीर सिंह व अन्य पुलिसकर्मी मौके के लिए रवाना हो गए।

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रात में दोनों पार्टियों के बीच भिड़ंत हो गई। मौके पर मौजूद सब इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह ने सरपंच गुट को पीछे हटने कहा। बस फिर क्या था आरोपियों ने सब इंस्पेक्टर की ही रिवाल्वर छीनकर उनके सीने में तीन गोली दाग दी। वहीं बीच बचाव करने आए एएसआई जसबीर सिंह की पीट-पीटकर हाथ तोड़ डाली।

डीएसपी और थाना प्रभारी थे मौजूद

इस पूरे घटनाक्रम के दौरान इलाके के डीएसपी अतुल सोनी और थाना प्रभारी इंस्पेक्टर प्रभजीत सिंह गिल मौके पर ही थे। गोलियों की आवाज सुनकर दोनों अधिकारी पीछे हट गए। अन्य पुलिसकर्मी सब इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह और एएसआई जसबीर सिंह को निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया जहां चरणजीत को डॉक्टरों ने मृतक घोषित कर दिया। विपक्षी पार्टियों द्वारा आप के सरपंच कुलदीप सिंह व अन्य लोगों के खिलाफ श्री गोइंदवाल साहिब थाने में कई बार लिखित शिकायत की। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।