महाराष्ट्र के पुणे स्थित इंदापुर की तहसीलदार पर जानलेवा हमले और धमकी मिलने के बाद पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। तहसीलदार का नाम सोनाली मेतकारी है। सोनाली ने आरोप लगाया है कि वह बालू माफिया के निशाने पर हैं और उनपर जानलेवा हमला किया गया है। सिर्फ सोनाली ही नहीं बल्कि पांच अन्य रेवन्यू अधिकारियों को भी आरोपियों ने धमकाया और हत्या का प्रयास किया है।
इंदापुर की तहसीलदार के मुताबिक, आरोपी बालू माफिया हैं और गैर-कानूनी तरीके से 24 अगस्त की सुबह ट्रैक्टर ट्रॉली में इंदापुर सिटी में खनन कर रहे थे। सोनाली ने बताया ‘इस दौरान जब मैं और मेरी टीम में शामिल अधिकारियों ने ट्रैक्टर ट्रॉली को रोकने की कोशिश की तो ड्राइवर ने हमें धमकाया और फिर वहां से गाड़ी स्पीड में कर भाग गया।’
उन्होंने आगे बताया ‘जैसे ही ड्राइवर ट्रैक्टर लेकर भागा हमने तुरंत उसका पीछा किया। इस दौरान उसने ट्रैक्टर से ट्रॉली को अलग कर दिया। इसके बाद ट्रॉली हमारी कार को टक्कर मारने ही वाली थी कि हम सभी कार से कूदे और अपनी-अपनी जान बचाई।’ तहसीलदार के मुताबिक अगर वह पकड़ा जाता तो उसपर 1 लाख का जुर्माना लगता लेकिन जुर्माने से बचने के लिए वह वहां से भागा और ट्रॉली को हमारे ऊपर छोड़ दिया। पिछले कुछ महीनों में रेवन्यू अधिकारी इसी तरह की परिस्थियों का सामना कर रहे हैं। मेतकारी बताती हैं ‘मेरे साथ हुई इस घटना से एक दिन पहले बालू माफिया ने एक रेवन्यू अधिकारी पर जानलेवा हमला किया था। हमें लगातार धमकियां मिल रही है और जानलेवा हमले हो रहे हैं।’
मेतकारी के चार व्यक्तियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज करने के बाद जिला कलेक्टर नवल किशोर राम ने मामले में उप-विभागीय अधिकारी हेमंत निकम से रिपोर्ट मांगी है। राम ने कहा ‘अधिकारियों के साथ हुई इस वारदात के दौरान क्या-क्या हुआ मैंने इसके बारे में विवरण मांगा है। मैं रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले पर टिप्पणी करूंगा।’
इस बीच, निकम ने कहा कि मामले को हर पहलू से जांचा जा रहा है। मैं इस बारे में जानकारी एकत्र कर रहा हूं कि घटना कैसे हुई और हमारी टीम द्वारा पुलिस सुरक्षा ली गई या नहीं। मैं दो दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करूंगा।’