प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज उम्मीद जताई कि श्रीलंका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना अपने देश में शांति, सुलह और विकास को बढ़ावा देंगे क्योंकि लोगों ने शांति और बदलाव की आशा के साथ उन्हें विजयी बनाया है।
प्रधानमंत्री ने श्रीलंका के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए भारत की ओर से समर्थन और सहयोग जारी रखने का आश्वासन दिया।
उन्होंने उनसे यहां मिलने आए श्रीलंका के विदेश मंत्री मंगला समरवीरा से बातचीत में यह बात कही।
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार मोदी ने समरवीरा से बातचीत में कहा, ‘‘लोगों ने अपना वोट श्रीलंका में एकता व बदलाव के लिए दिया. उन्होंने आशा जताई कि राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना की जीत से श्रीलंका में शांति, सुलह और विकास को बढ़ावा मिलेगा और इसके साथ ही हमारे क्षेत्र में शांति व प्रगति भी देखने को मिलेगी।’’
श्रीलंका को एक सच्चा करीबी पड़ोसी व मित्र करार देते हुए प्रधानमंत्री ने श्रीलंकाई सरकार और वहां के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए भारत की ओर से समर्थन और सहयोग जारी रखने का आश्वासन दिया।
उन्होंने नए श्रीलंकाई नेतृत्व के उस दृष्टिकोण की सराहना की जिसमें सभी को साथ लेकर चलने की सही अर्थों में झलक है. उन्होंने श्रीलंका में राजनीतिक सुलह, समावेश और भागीदारी के लिए नई सरकार द्वारा उठाए गए शुरुआती कदमों को भी सराहा. उन्होंने कहा कि उठाए गए कुछेक कदम ही किसी की दिशा के बारे में साफ संकेत देने लगते हैं।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति सिरीसेना द्वारा भारत आने का निमंत्रण स्वीकार करने पर उन्हें धन्यवाद दिया और जल्द ही उनका भारत में स्वागत करने की उम्मीद जताई. उन्होंने भी श्रीलंका यात्रा का निमंत्रण स्वीकार किया जो दोनों देशों के लिए उपयुक्त समय पर होगा।