प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार रात जापान के तीन दिवसीय दौरे पर हैं और भारत-जापान के बीच सिविल न्यूक्लियर डील साइन कर ली गई है। जापान एकमात्र देश है जो न्यूक्लियर अटैक का शिकार हुआ है। जापान ने पहली बार किसी ऐसे देश के साथ न्यूक्लियर डील की है जिसने एनपीटी (न्यूक्लियर नॉन-प्रोलिफेरेशन ट्रीटी) पर साइन नहीं किए हैं। इससे न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप (एनएसजी) मेम्बरशिप के लिए भारत की दावेदारी को मजबूती मिलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के पीएम शिजों आबे से भी मुलाकात की और कई मुद्दों पर चर्चा हुई। 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनका दूसरा जापान दौरा है। इससे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री रहते भी वह दो बार जापान गए थे। जापान पहुंचते ही प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर वहां पहुंचने की जानकारी दी। पीएम मोदी के टोक्यो पहुंचने पर जापान में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में दिवंगत नरेश भूमिबोल अदुल्यदेज को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए थोड़ी देर रूकने के बाद मोदी टोक्यो पहुंचे थे।
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शुक्रवार को पीएम मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से मुलाकात की और विभिन्न मुद्दों पर बात की। शिंजो आबे ने केंटेई स्थित पीएम ऑफिस में मोदी का स्वागत किया। दोनों देशों के बीच सिविल न्यूक्लियर डील साइन कर ली गई है। इसके अलावा ट्रेड, सिक्युरिटी और टैक्नोलॉजी एक्सचेंज पर भी डील होनी है। दोनों देशों के बीच करीब 12 समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। दोनों देशों में अहम असैन्य परमाणु करार होने की भी संभावना है।
वीडियो में देखिए, जब पीएम मोदी ने जापान में बजाया था ड्रम
इसके अलावा पीएम मोदी नरेश आकिहितो के साथ भी बातचीत की और भारत एवं जापान के साझा संबंधों और एशिया के भविष्य के बारे में चर्चा की।