National War Memorial: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहीदों की याद में बना देश का पहला नेशनल वॉर मेमोरियल देश को समर्पित कर दिया। सोमवार (25 फरवरी, 2019) शाम इंडिया गेट के पास उन्होंने विधिवत तरीके से इसका उद्घाटन किया और पुलवामा के शहीदों व देश की रक्षा करने वाले अन्य वीर सपूतों को सलामी दी। उनके साथ इस दौरान रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण मौजूद रहीं। उद्धाटन से पहले पीएम ने पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा था कि वह हर साजिश से लड़ने के लिए तैयार हैं, जबकि जवानों के लिए वह बोले- देश के सैनिक अभूतपूर्व हैं।
पूर्व सैनिकों ने उन्होंने आगे कहा, “मैं इस ऐतिहासिक स्थल पर देश के वीर जवानों को श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने पुलवामा आतंकी हमले के दौरान और देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।” पीएम बोले कि नया हिंदुस्तान, नया भारत, आज नई नीति और नई रीति के साथ आगे बढ़ रहा है। मजबूती के साथ विश्वपटल पर अपनी भूमिक तय कर रहा है। उसमें एक बड़ा योगदान आपके शौर्य, अनुशासन और समर्पण का है।
पीएम ने बताया कि इस स्मारक के लिए दशकों से मांग की जाती रही है। पिछले 10 सालों में सिर्फ एक या दो कोशिशें हुई थीं, लेकिन उसके अलावा और कुछ नहीं हो सका। पर आप लोगों (जनता) की दुआओं से हमने 2014 में इसके निर्माण का कार्य शुरू कराया।
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पीएम के अनुसार, हमारी सेना अपने आप पर भरोसा करे, हम लगातार इसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। पहले जो फैसले असंभव समझे जाते थे, अब वे संभव हो हो चुके हैं। पर देश की सुरक्षा में सभी हिस्सों का योगदान जरूरी है। इसी विचारधारा की वजह से महिलाओं को पहली बार लड़ाकू विमानों की पाइलट बनने का मौका मिला। हमारी ओर से ऐसे कदम उठाए गए, जिनकी वजह से हमारी बेटियों की भागीदारी सेना-सुरक्षाबलों में बढ़ी और मजबूत हुई।
#WATCH PM Narendra Modi inaugurates the National War Memorial at India Gate in Delhi https://t.co/PrhOhfiPik
— ANI (@ANI) February 25, 2019
राफेल डील को लेकर पीएम मोदी ने कहा, “बोफोर्स से लेकर हेलीकॉप्टर डील, सभी में जांच के बिंदु एक परिवार (गांधी) की तरफ इशारा कर रहे हैं। ये बातें बहुत कुछ कहती हैं। अब यही लोग पूरी कोशिशों में जुटे हैं कि राफेल विमान भारत न आ पाए।”
पीएम ने आगे यूपीए सरकार को घेरते हुए कहा, “खुद को भारत का भाग्यविधाता समझने वालों ने राष्ट्र की सुरक्षा से खिलवाड़ करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। 2009 में सेना ने 1,86 हजार बुलेट प्रूफ जैकेट्स मांगी थीं, पर उन्हें जैकेट्स के बगैर ही दुश्मनों का सामना करना पड़ा। साढ़े चार साल में हमारी सरकार ने लगभग 2,30 हजार बुलेट प्रूफ जैकेट्स खरीदीं।”
देश का पहला नेशनल वॉर मेमोरियलः एक नजर में – 40 एकड़ में फैला यह स्मारक नई दिल्ली में इंडिया गेट के पास है, जहां छह युद्धों के शहीदों के नामों का उल्लेख हर ईंट पर किया गया है। खास बात है कि नाम के अलावा उनके रेजीमेंट और पलटन का जिक्र भी किया गया है। यहां हर हफ्ते चेंज ऑफ गार्ड सेरेमनी भी होगी। इस स्मारक का स्तंभ करीब 15.5 मीटर ऊंचा है। मेमोरियल में जाने के लिए आम लोगों को किसी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा। स्मारक परिसर के सुरक्षा चक्र में तकरीबन 695 पेड़ भी हैं।
