Narendra Modi Emmanuel Macron Marseille Meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बुधवार को दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश संबंधों को बढ़ाने का आह्वान किया। दोनों नेताओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र और विभिन्न वैश्विक मंचों में अपनी सहभागिता को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई। बताना होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस और अमेरिका के दौरे पर हैं।

मोदी और मैक्रों ने बुधवार को दक्षिणी फ्रांस के मार्सिले में नए भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन किया। इस अवसर पर दोनों नेताओं का भारतीय समुदाय ने गर्मजोशी से स्वागत किया। मोदी और मैक्रों ने दो विश्व युद्धों में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के बलिदान को श्रद्धांजलि दी।

संयुक्त बयान में कहा गया है कि मोदी और मैक्रों ने मार्च 2026 में नई दिल्ली में ‘भारत-फ्रांस नवाचार वर्ष’ की शुरुआत की घोषणा की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि फ्रांस द्वारा भारत के पिनाका रॉकेट लॉन्चर की खरीद से दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों में मजबूती आएगी।

दोनों नेताओं की बैठक के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया कि वार्ता में द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण आयामों के साथ-साथ प्रमुख वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों को शामिल किया गया। दोनों नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में सुधार की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया और सुरक्षा परिषद के मामलों सहित विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर समन्वय करने पर सहमति व्यक्त की।

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प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों ने मार्सिले में बातचीत के दौरान द्विपक्षीय संबंधों एवं वैश्विक व क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। इसके साथ ही मोदी और मैक्रों ने भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी को लेकर प्रतिबद्धता भी दोहराई। मैक्रों ने यूएनएससी में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए फ्रांस के दृढ़ समर्थन को दोहराया।

मोदी ने मार्सिले के लोगों को दिया धन्यवाद

प्रधानमंत्री मोदी ने मार्सिले के लोगों और फ्रांस के एक्टिविस्ट्स को भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका के लिए धन्यवाद दिया क्योंकि उन्होंने मांग की थी कि सावरकर को ब्रिटिश हिरासत में न सौंपा जाए। ब्रिटिश शासन के दौरान जुलाई, 1910 में सावरकर ने ब्रिटिश जहाज मोरिया से भागने की कोशिश की थी। वे जहाज के पोर्टहोल से भाग निकले, तैरकर किनारे पर पहुंचे और फ्रांसीसी अधिकारियों ने उन्हें पकड़ लिया और उन्हें ब्रिटिश अधिकारियों को सौंप दिया था। बाद में उन्हें अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की सेलुलर जेल में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।

यह प्रधानमंत्री मोदी की छठी फ्रांस यात्रा है। फ्रांस से प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका जाएंगे। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कामकाज संभालने के बाद मोदी की यह पहली अमेरिका यात्रा है।