प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) 3 देशों के 6 दिवसीय दौरे पर हैं। पीएम मोदी ने सबसे पहले जापान में G-7 समिट में हिस्सा लिया। वहीं उसके बाद पीएम मोदी पापुआ न्यू गिनी (Papua New Guinea) रवाना हो गए। पापुआ न्यू गिनी में पीएम मोदी का भव्य स्वागत हुआ। वहीं अब फिजी ने पीएम मोदी को अपने सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया है। पीएम मोदी की लीडरशिप को देखते हुए फिजी ने अपने सर्वोच्च सम्मान ‘कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी’ से सम्मानित किया है।

आज तक गिने-चुने गैर-फिजी लोगों को ही यह सम्मान मिला है. ऐसे में भारत के लिए इस सम्मान का अलग महत्व है। वहीं इसके साथ ही रिपब्लिक ऑफ़ पलाऊ ने भी पीएम नरेंद्र मोदी को सम्मानित किया है। रिपब्लिक ऑफ़ पलाऊ ने पीएम मोदी को एबाक्ल अवॉर्ड (Ebakl Award) से सम्मानित किया। पीएम मोदी को ये दोनों अवॉर्ड पापुआ न्यू गिनी में ही दिए गए हैं।

बता दें कि यह भी किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पापुआ न्यू गिनी की पहली यात्रा है। पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने हवाई अड्डे पर पीएम मोदी का पैर छूकर उनका स्वागत किया था, जो चर्चा का विषय बना था। विदेश मंत्रालय ने ट्विटर पर लिखा, “प्रधान मंत्री मोदी ने भारत के लोगों और फिजी-भारतीय समुदाय की पीढ़ियों को सम्मान समर्पित किया, जिन्होंने दोनों देशों के बीच विशेष और स्थायी बंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।”

वहीं पापुआ न्यू गिनी ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान, ग्रैंड कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगहू (GCL) को पीएम मोदी को प्रशांत द्वीप देशों की एकता के कारण और ग्लोबल साउथ के कारणों की अगुवाई करने के लिए सम्मानित किया है।

पापुआ न्यू गिनी के दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरे भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग (FIPIC) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे को हरंसभव सहायता का भरोसा भी दिया।

पीएम मोदी ने कहा, “सभी देशों की संप्रभुता और अखंडता का सम्मान करते हैं। ग्लोबल साउथ की आवाज भी यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में बुलंदी से उठनी चाहिए इसलिए अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं का सुधार हमारी साझा प्राथमिकता होनी चाहिए। कोरोना महामारी का असर सबसे ज्यादा ग्लोबल साउथ के देशों पर पड़ा।”