भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने बताया कि संसदीय दल की बैठक में 20 नामों पर चर्चा की गई थी।
द्रौपदी मुर्मू ओड़िशा से हैं। वहां की सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। ऐसे में बीजेडी के लिए उनको समर्थन देने से इनकार करना मुश्किल होगा। बीजेपी के पास नौ हजार वोट की कमी है, जिसे बीजेडी के समर्थन से आसानी से पूरा किया जा सकता है। अगर वह यह चुनाव जीतती हैं तो देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी।
कौन हैं द्रौपदी मुर्मू</strong>
दौप्रदी मुर्मू ओडिशा के मयूरभंज जिले के आदिवासी समुदाय से आती हैं। उनका जन्म 20 जून 1958 को हुआ था। द्रौपदी ने अपने राजनीतिक करियर में बीजेपी में कई पदों पर काम किया। वह मयूरभंज (2000 और 2009) के रायरंगपुर से बीजेपी के टिकट पर दो बार विधायक बनीं। मुर्मू 2013 से 2015 तक बीजेपी के एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी थीं।
उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत पार्षद चुनाव जीतकर की थी और 1997 में ओडिशा के रायरंगपुर की उपाध्यक्ष बनीं। उसी साल वह भाजपा के एसटी मोर्चा की राज्य उपाध्यक्ष चुनी गईं। साल 2015 से 2021 तक उन्होंने झारखंड के राज्यपाल के रूप में काम किया।
पीएम मोदी ने भी किया ट्वीट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि उन्हें विश्वास है कि द्रौपदी मुर्मू देश की महान राष्ट्रपति साबित होंगी। उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू जी ने अपना जीवन समाज की सेवा, गरीबों और दलितों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित कर दिया है।
पीएम मोदी ने एक और ट्वीट में कहा, “जिन लोगों ने गरीबी में जीवन जिया है उन्हें द्रौपदी मुर्मू के जीवन से बहुत ताकत मिलती है। नीतिगत मामलों में उनकी समझ और दयालु स्वभाव से हमारे देश को बहुत लाभ होगा।”
वहीं, द्रौपदी मुर्मू ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वह एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं, यह जानकर हैरान होने के साथ-साथ खुशी भी हुई। उन्होंने कहा, “आशा है कि ओडिशा के सभी सांसद और विधायक मेरा समर्थन करेंगे क्योंकि मैं राज्य से दो बार विधायक और बीजद-भाजपा सरकार में मंत्री भी रही।”