अनीषा दत्ता
देश में नये राष्ट्रपति के चुनाव को लेकर कवायद शुरू हो गई है। बता दें कि अगामी 18 जुलाई को इसके लिए वोट डाले जाएंगे और 21 जुलाई को मतगणना होगी। गौरतलब है कि मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। ऐसे में उन्हें सरकार ने सेवानिवृत्ति के बाद 12 जनपद स्थित बंगला आवंटित करने का फैसला किया है।
इस बंगले में पहले लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेता रामविलास पासवान रह रहे थे। वो इस बंगले में अक्टूबर 2020 में अपनी मृत्यु तक रहे। फिलहाल अब इसे राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को उनके सेवानिवृत्ति के बाद दिया जाएगा। मालूम हो कि शुरुआत में लुटियंस दिल्ली में स्थित इस सबसे बड़े बंगले को रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को आवंटित किया गया था लेकिन अब उन्हें पृथ्वीराज रोड पर स्थित बंगला आवंटित किया गया। जहां वे पहले से ही रह रहे थे।
दरअसल इस बंगले को अगस्त 2021 में अश्विनी वैष्णव को आवंटित किया गया था, लेकिन पासवान परिवार के कब्जे के चलते वो वह इसमें रहने नहीं जा सके। आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को 32 पृथ्वीराज रोड पर एक और बंगला आवंटित किया गया था, वो वहीं रह रहे हैं।”
पासवान के परिवार को 12 जनपथ के बंगले को खाली करने के लिए इस साल मार्च में सरकार ने कहा था। हालांकि परिवार ने और समय की मांग की थी। जिसपर दिल्ली उच्च न्यायालय ने उनकी याचिका खारिज कर दी थी और केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के तहत संपत्ति निदेशालय द्वारा शुरू की गई बेदखली प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया था।
बता दें कि सेवानिवृत्त राष्ट्रपतियों को बेहतर रखरखाव के साथ-साथ सचिवीय कर्मचारियों सहित फ्री सुसज्जित आवास मिलता है। पूर्व राष्ट्रपतियों को टाइप VIII बंगले आवंटित किए जाते हैं। संपत्ति निदेशालय के नियमों के अनुसार, टाइप VIII बंगले, जिसमें घरेलू मदद क्वार्टर के साथ सात कमरे होते हैं, उन्हें सेवारत मंत्रियों, राज्यसभा सदस्यों और न्यायपालिका के वरिष्ठ सदस्यों को आवंटित किए जाते हैं।