Budget 2024 President Droupadi Murumu speech: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2024 को देश का अंतरिम बजट (Interim Budget 2024) संसद में पेश करेगी। बता दें कि इस साल आम चुनावों से पहले पेश किया जाने वाले इस बजट को Vote On Account भी कहा जाता है। आम चुनाव के बाद जुलाई 2024में सरकार पूर्ण बजट पेश करेगी। आज (31 जनवरी 2024) से देश में बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। बजट सत्र से पहले संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संबोधन हुआ। एक घंटे से भी ज्यादा देर तक चले इस संबोधन में राष्ट्रपति ने मोदी सरकार की पिछले सालों की उपलब्धियां गिनवाईं।
- सदियों की प्रतीक्षा के बाद रामलला 22 जनवरी को अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए। 22 जनवरी को ऐतिहासिक पड़ाव के साक्षी बने। ये करोड़ों देशवासियों की आस्था। 140 करोड़ लोगों के सपने को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। हम किसी चुनौती के आगे नहीं झुके। विरासत ऐसी हो कि अगली पीढ़ी याद रखे।
- मेरी सरकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिशन पर काम कर रही है। भारत के युवाओं को रोजगार के नए अवसर देगा। मेरी सरकार ने क्वांटम मिशन भी शुरू किया है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को तेजी से लागू करने पर काम। इसमें मातृ भाषा और भारतीय भाषाओं में शिक्षा पर बल दिया गया है। स्कूली शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए भी मेरी सरकार काम कर रही है। मेरी सरकार के प्रयासों से देश में ड्रॉप आउट रेट कम हुआ है। उच्च शिक्षा में ज्यादा दाखिले
- हमारा प्रयास खेती में लागत कम, लाभ ज्यादा होने पर है। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत अब तक 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा किसानों को मिल चुके। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों ने 30000 करोड़ प्रीमियम भरा, इसके बदले डेढ़ लाख करोड़ रुपये का क्लेम मिला। पहले तिलहन और दलहन की सरकारी खरीदी बराबर थी। पहले तिलहन और दलहन की खेती करने वाले किसानों कोMSP के तौर पर सवा लाख करोड़ रुपये मिले हैं। मेरी सरकार कृषि में सहकारिता को बढ़ावा दे रही है। पहली बार देश में सहकारिता मंत्रालय बनाया गया। दुनिया की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना शुरू हुई। जिन गांवों में सहकारी समिति नहीं, वहां 2 लाख सहकारी समितियां बनाई जा रही हैं।
- नारी शक्ति का सामर्थ्य बढ़ाने के लिए सरकार का ध्यान। गणतंत्र दिवस परेड में भी दुनिया ने हमारी बेटियों की सामर्थ्य की झलक देखी। सरकार ने जल, नभ, थल हर तरफ बेटियों की भूमिका का विस्तार किया।
- सरकार ने महिलाओं की आर्थिक भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रयास किए। करीब 10 करोड़ महिलाएं स्वंय सहायता समूहों से जुड़ी हुई हैं। मेरी सरकार 2 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का अभियान चला रही है। समूहों को 15000 ड्रोन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
- मातृत्व अवकाश 12 महीने से 26 सप्ताह करने पर देश की लाखों महिलाओं को मदद मिली। पहली बार सैनिक स्कूलों और राष्ट्रीय सुरक्षा एकेडमी में महिला कैडर्स को प्रवेश। आज महिलाएं फाइटर प्लेन भी उड़ा रही हैं। मुद्रा योजना के तहत दिए गए 40 करोड़ से ज्यादा में से 31 करोड़ लोन महिलाओं को मिला है।
- विकसित भारत की भव्य इमारत चार स्तंभों पर खड़ी होगी। ये स्तंभ है-युवा शक्ति, नारी शक्ति, किसान और गरीब। इन चार स्तंभों को सशक्त करने पर सरकार काम कर रही है।
- 4 करोड़ 10 लाख गरीब परिवार को अपना पक्का घर मिला है। इस पर करीब 6 लाख करोड़ रुपये खर्च हुए।
- 10 करोड़ उज्जवला योजना के गैस पूरे हुए। इन लाभार्थियों को कम दाम में गैस दी जा रही है। इस पर सरकार ने ढाई लाख करोड़ रुपये खर्च किए। कोरोना काल से ही 80 करोड़ देशवासियों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है। अब इसे आने वाले 5 सालों के लिए आगे बढ़ाया गया है। इस पर 11 लाख करोड़ रुपये और खर्च होने का अनुमान है।
- सुशासन, पारदर्शिता के चलते बड़े सुधार के चलते आज भारत की अर्थव्यवस्था टॉप-5 में। बैंको का NPA घटकर 4 प्रतिशत। हमारे देश का बैंकिंग सिस्टम दुनिया के सबसे मजबूत बैंकिंग सिस्टम में से एक। मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर अभियान हमारी ताकत
- भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता। पिछले एक दशक के दौरान मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग में 5 गुना बढ़ोतरी। आज भारत मेड इन इंडिया खिलौने निर्यात कर रहा है, पहले आयात करता था