राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पुडुचेरी की मंत्री चंदिरा प्रियंगा को पुडुचेरी मंत्रिमंडल से हटाने के लिए मुख्यमंत्री की सलाह स्वीकार की। राष्ट्रपति मुर्मू ने पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगासामी के मंत्रिमंडल से चंदिरा प्रियंगा को तत्काल प्रभाव से हटाने की उनकी सलाह स्वीकार कर ली है।
पुडुचेरी सरकार को शनिवार को भेजी गई केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक अधिसूचना में कहा गया है कि राष्ट्रपति ने पुडुचेरी के मुख्यमंत्री की सलाह पर राज्य की परिवहन मंत्री चंदिरा प्रियंगा को तत्काल प्रभाव से वर्तमान मंत्रिमंडल से हटा दिया है। जिसके बाद मुख्य सचिव राजीव वर्मा ने आम जनता की जानकारी के लिए अधिसूचना को दोबारा प्रकाशित करने का आदेश जारी किया।
चंदिरा प्रियंगा के खराब प्रदर्शन को बताया वजह
दरअसल, मुख्यमंत्री एन रंगासामी ने आठ अक्टूबर को उपराज्यपाल के माध्यम से केंद्र से चंदिरा प्रियंगा को उनके मंत्रिमंडल से हटाने की सिफारिश की थी क्योंकि मंत्री के रूप में उनका कामकाज संतोषप्रद नहीं था। विधानसभा अध्यक्ष आर सेल्वम ने कहा था कि चंदिरा प्रियंगा ने परिवहन विभाग में खराब प्रदर्शन किया है और मुख्यमंत्री उन्हें अपने मंत्रिमंडल से हटाना चाहते हैं।
मंत्री ने अक्टूबर में की थी इस्तीफे की घोषणा
पुडुचेरी विधानसभा में एकमात्र महिला विधायक चंदिरा प्रियंगा 2021 के चुनाव में कराईकल के नेदुमकौड आरक्षित क्षेत्र से निर्वाचित हुईं। उन्हें रंगासामी सरकार में परिवहन मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। 10 अक्टूबर 2023 को उन्होंने राजनीतिक साजिश और लैंगिक पूर्वाग्रह का हवाला देते हुए मंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा की थी। उन्होंने पत्र में कहा था, “लोगों के सहयोग से वह विधानसभा तक पहुंचीं लेकिन उन्हें अहसास हो गया है कि साजिश की राजनीति से पार पाना इतना आसान नहीं है।”
साथ ही चंदिरा ने पत्र में कहा कि वह जातिवाद और लैंगिक पूर्वाग्रह का शिकार हुईं हैं। चंदिरा प्रियंगा ने कहा था कि वह जल्द ही एक विस्तृत रिपोर्ट लेकर आएंगी। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री रंगासामी से अनुरोध किया कि उनके इस्तीफे के बाद खाली हुई मंत्री पद की कुर्सी पर वन्नियार, दलित या अल्पसंख्यक समुदायों से संबंधित किसी विधायक को ही बैठाया जाए। उन्होंने यह भी कहा था कि धन बल के आधार पर मंत्री बनने के इच्छुक किसी भी विधायक को उनका उत्तराधिकारी नहीं बनाया जाना चाहिए, क्योंकि इससे वन्नियार या दलित समुदायों के साथ अन्याय होगा।