प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छोटे भाई प्रह्लाद मोदी ने मंगलवार को दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर 9 सूत्रीय मांग को लेकर धरना दिया। प्रह्लाद मोदी ‘ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन’ (एआईएफपीएसडीएफ) के उपाध्यक्ष भी हैं। प्रह्लाद मोदी और एआईएफपीएसडीएफ के सदस्य जंतर-मंतर पर एकत्र हुए और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
प्रदर्शन के दौरान प्रह्लाद मोदी ने समाचार चैनल न्यूज़ 24 से बात की। उन्होंने कहा, “हमने सरकार के सामने अपनी बाते रखी हैं और अब ये सरकार पर है कि वह हमारी मांग मांगते हैं या नहीं। प्रधानमंत्री हमारी मांग सुन रहे होंगे।” प्रह्लाद मोदी ने प्रदर्शन के दौरान वहां मौजूद लोगों को संबोधित भी किया। उन्होंने मंच से कहा कि कोरोना काल में जब प्रधानमंत्री अपने कमरे में थे, तब राशन डीलर सड़कों पर थे और लोगों की मदद कर रहे थें।
प्रह्लाद मोदी ने कहा, “ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन का एक प्रतिनिधिमंडल प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर एक ज्ञापन सौंपेगा।इस ज्ञापन में हमारे अस्तित्व के लिए हमारी लंबे समय से चली आ रही मांगों को सूचीबद्ध किया जाएगा। रहने की लागत और ओवरहेड व्यय में वृद्धि की वर्तमान स्थिति के साथ दुकान चलाना, हमारे मार्जिन में मात्र 20 पैसे प्रति किलो की बढ़ोतरी एक क्रूर मजाक है। हम केंद्र सरकार से हमें राहत देने और हमारे वित्तीय दुखों को समाप्त करने का अनुरोध करते हैं।”
ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन के राष्ट्रीय महासचिव विश्वंभर बसु ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि संगठन के सदस्यों की कल लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिलने की योजना है। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक यह धरना जारी रहेगा। बता दें कि यह संगठन चावल, गेहूं और चीनी के हुए नुकसान के साथ-साथ दुकानों के माध्यम से आपूर्ति किए जाने वाले खाद्य तेल और दालों के लिए ऊचित मुआवजे की मांग कर रहा है।
संगठन ने यह भी मांग की है कि पूरे देश में मुफ्त वितरण का ‘पश्चिम बंगाल राशन मॉडल’ लागू किया जाए। इसके अलावा संगठन के सदस्यों ने कहा कि जम्मू-कश्मीर सहित सभी राज्यों के लिए सभी बाकी मार्जिन की राशि तुरंत प्रदान की जानी चाहिए।