Potka (Jharkhand) Vidhan Sabha Election/Chunav Result 2024: झारखंड का पोटका विधानसभा पूर्वी सिंहभूम जिले में है। सभी राजनीतिक दलों ने जमकर इस सीट पर प्रचार किया था। पोटका विधानसभा सीट पर पहले ही फेज में जमकर वोटिंग हुई थी और आज 23 नवंबर का दिन बेहद ही अहम रहा। इस सीट पर वोटों की गिनती पूरी हो चुकी है। एसटी आरक्षित इस सीट पर अधिकतर भूमिज समाज के ही प्रत्याशी को विधानसभा पहुंचने का अवसर मिला है। इस बार पोटका विधानसभा सीट से जेएमएम के संजीब सरदार ने जीत दर्ज की है।

झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी ने पोटका विधानसभा सीट से फिर संजीव सरदार को ही अपना उम्मीदवार बनाया था। वहीं अब अगर बात भारतीय जनता पार्टी की करें तो यहां से मीरा मुंडा को चुनावी दंगल में उतारा है। मीरा मुंडा झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी हैं। वह पहली बार चुनावी मैदान में हैं। इन दोनों उम्मीदवारों के बीच में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा।

Maharashtra Assembly Election Result LIVEJharkhand Chunav Result LIVE

पार्टीप्रत्याशीवोट
झारखंड मुक्ति मोर्चासंजीव सरदार118842
बीजेपीमीरा मुंडा91749

2019 में पोटका विधानसभा चुनाव परिणाम

साल 2019 में पोटका विधानसभा सीट पर काफी रोचक मुकाबला देखने को मिला था। झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवार संजीव सरदार को 1 लाख 10 हजार 753 वोट मिले थे। ऐसा पहली बार था जब इस सीट पर किसी उम्मीदवार को इतने ज्यादा वोट मिले थे। वहीं भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार मेनका सरदार दूसरे नंबर पर रही थीं। उनको यहां से 67,643 वोटों से ही संतोष करना पड़ा था। इतना ही नहीं आजसू की बालू रानी सिंह को 5,735 वोट ही मिल पाए थे।

पार्टीप्रत्याशीवोटजीते/हारे
झारखंड मुक्ति मोर्चासंजीव सरदार1,10,753जीते
बीजेपीमेनका सरदार 67,643हारे

पोटका विधानसभा सीट पर 2014 में क्या रहे नतीजे

पोटका विधानसभा सीट पर मोदी लहर का कुछ असर साल 2014 में नजर आया था। उस समय करीब 16 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत को आजमाया था। यहां से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार बाजी मारने में कामयाब रही थीं। इस सीट पर उन्हें करीब 68,191 मिले थे। वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवार संजीव सरदार को 61,485 मिले थे। इतना ही नहीं कांग्रेस पार्टी भी इस इलेक्शन में सबसे ज्यादा वोट पाने वाली तीसरी पार्टी थी। कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशी दुखनी माई सरदार को 14,227 वोटों से ही संतोष करना पड़ा था।