इंडियन एयरफोर्स की विंग कमांडर पूजा ठाकुर ने इंडियन एयरफोर्स में स्‍थायी कमीशन न दिए जाने के खिलाफ कोर्ट की शरण ली है। पूजा वही महिला अफसर हैं, जिन्‍होंने पिछले साल अमेरिकी राष्‍ट्रपति बराक ओबामा के भारत दौरे के दौरान राष्‍ट्रपति भवन में इंटर सर्विस गार्ड ऑफ ऑनर की अगुआई की थी। ठाकुर ने उस वक्‍त कहा था यह उनके लिए गर्व के क्षण हैं। सन 2000 में इंडियन एयरफोर्स ज्‍वाइन करने वाली पूजा एडमिनिस्‍ट्रेटिव ब्रांच से ताल्‍लुक रखती हैं। ऑफिसर के पिता भारतीय सेना में कर्नल के पद से रिटायर हुए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूजा ने परमानेंट कमीशन न दिए जाने के एयरफोर्स के फैसले को पक्षपातपूर्ण और बेवजह करार दिया है। एयरफोर्स ने यह कदम ऐसे वक्‍त में उठाया है, जब पीएम नरेंद्र मोदी ने सेना में महिलाओं की भूमिका को बढ़ाने की बात कही थी। खुद डिफेंस मिनिस्‍टर मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि महिलाओं को फोर्सेज में बड़ी भूमिकाएं सौंपी जाएंगी। ठाकुर के वकील सुधांशु पांडे ने बताया कि आर्म्‍ड फोर्से‍ज ट्र‍िब्‍यूनल ने उनकी याचिका को सुनवाई के लिए कबूल कर लिया है और इंडियन एयरफोर्स से चार हफ्ते में जवाब दाखिल करने को कहा है।