मशहूर मोबाइल गेम ‘पोकेमॉन गो’ के लिए भारत में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। ‘पोकेमॉन गो’ गेम के निर्माताओं के खिलाफ गुजरात हाईकोर्ट में पीआईएल दायर की गई है। पीआईएल में आरोप लगाया गया है कि गेम के जरिए धार्मिक भावनाएं आहत की गई हैं। कोर्ट में अलय अनिल दवे ने याचिका लगाई है। याचिका में कहा गया है कि गेम में धार्मिक स्थलों पर अंडे दिखाए गए हैं, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। याचिकाकर्ता के मुताबिक अंडे मांसाहारी भोजन है। हिंदू और जैन धर्म के पूजास्थलों पर मांसाहारी भोजन दिखाना ईशनिंदा है।

याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने केंद्र एवं गुजरात सरकार के साथ ही गेम बनाने वाली अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को स्थित कंपनी निआटिक को नोटिस जारी किया है। नोटिस जारी करते हुए कोर्ट ने इनसे चार हफ्ते के अंदर जवाब मांगा है।

बता दें, इससे पहले भी इस गेम को लेकर काफी खबरें आ चुकी हैं। जुलाई महीने में सउदी अरब में इसके खिलाफ फतवा जारी किया गया था। सऊदी मीडिया ने देश की प्रमुख धार्मिक परिषद के हवाले से कहा था कि 15 साल पुराना यह गेम गैर इस्लामिक है। हालांकि परिषद ने कहा कि इस गेम के नए लोकप्रिय वर्जन में भी पुराने की तरह ही जुए को बढ़ावा देता है। इससे पहले सऊदी अरब में chess को भी इन्हीं कारणों से वर्जित कर दिया गया था।

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टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक, पोकेमॉन गो के खिलाफ जारी किए गए फतवे में कुवैत के ग्रह मंत्रालय की चेतावनी का भी वर्णन किया गया। गृह मंत्रालय की चेतावनी में किसी भी मजार, शॉपिंग सेंटर, मॉल या पेट्रोल पंप के पास इस गेम को खेलने से मना किया गया था।

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