सुशासन दिवस के मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में होंगे जहां वे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिन के अवसर पर आयोजित अनेक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। सूत्रों ने बताया कि मोदी वाराणसी में अस्सी घाट जायेंगे जहां वे स्वच्छता अभियान की प्रगति का जायजा लेंगे जिसे उन्होंने पिछले महीने शुरू किया था।
मोदी ने आठ नवम्बर को अपने स्वच्छ भारत अभियान के हिस्से के रूप में गंगा के किनारे अस्सी घाट पर जमा गाद निकालने के लिए कुदाल उठायी थी। मोदी बनारस हिन्दू विश्वविदयालय भी जायेंगे जहां वे मदन मोहन मालवीय के नाम पर अध्यापक शिक्षा के लिए एक अंतर विश्वविदयालय केन्द्र की आधारशिला रखेंगे। इस केन्द्र के एक स्वायत्त इकाई के रूप में काम करने की संभावना है जिसके बारे में विस्तत ब्यौरा प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान दिया जायेगा। बीएचयू में मोदी द्वारा वाराणसी महोत्सव का शुभारंभ किये जाने की भी संभवना है। वाराणसी में मोदी डीजल इंजन कारखाना के विस्तार की आधारशिला रखेंगे साथ ही शहर में एक स्टेडियम के विस्तार का भी शिलान्यास करेंगे। मोदी की प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने निर्वाचन क्षेत्र की यह दूसरी यात्रा है।
इससे पहले वह सात आठ नवम्बर को वहां गये थे। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक इस एक दिवसीय यात्रा के क्रम में मोदी के नई दिल्ली से वाराणसी के बाबतपुर हवाई अड्डा पहुंचने की संभावना है जहां से उनके बीएचयू परिसर के अंदर तैयार की गई हवाई पट्टी जाने की उम्मीद है। बीएचयू पहुंचने पर प्रधानमंत्री विश्वविदयालय के संस्थापक पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। आज मालवीय जी की 153वीं जयंती है।
बीएचयू परिसर से प्रधानमंत्री के अस्सी घाट जाने की उम्मीद है जहां वे स्वच्छता अभियान की प्रगति का जायजा लेंगे। बीएचयू परिसर वापस लौटने पर वह अध्यापक शिक्षा के लिए एक अंतर विश्वविद्यालय केन्द्र की आधारशिला रखेंगे। करीब एक हजार एकड़ में फैले इस विश्विदयालय परिसर के लिए वाईफाई सुविधा का भी उनके द्वारा शुभारंभ किये जाने की संभावना है। मोदी ने शहर की अपनी पिछली यात्रा के दौरान बीएचयू को इस सुविधा से युक्त बनाने के अपने इरादे की चर्चा की थी।
बीएचयू से प्रधानमंत्री के डीजल इंजन कारखाना जाने की उम्मीद है जहां वे संभवत: 250 करोड़ रूपये की लागत से कारखाने के विस्तार की परियोजना का शुभारंभ करेंगे और कम ईंधन खपत वाली एक यात्री ट्रेन के इंजन को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री की इस यात्रा के लिए सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई।