पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से किए गए रिव्‍यू में जिन मंत्रालयों की परफॉर्मेंस सबसे बेहतर पाई गई है, उनमें पीयूष गोयल की अगुआई वाला ऊर्जा मंत्रालय और नितिन गडकरी का सड़क और परिवहन मंत्रालय है। न्‍यूज वेबसाइट एनडीटीवी ने यह खबर दी है। बता दें कि गुरुवार को आर्थिक मामलों के सचिव ने हर मंत्रालय के काम से जुड़ा लेखाजोखा पीएम और उनके ऑफिस के टॉप अफसरों के सामने रखा। सभी मंत्रालयों ने सचिव के सामने अपना प्रेजेंटेशन दिया था। अगले हफ्ते पीएम कैबिनेट में फेरबदल कर सकते हैं। इसके बाद वे अफ्रीका के दौरे पर जाएंगे।

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मोदी ने मंत्रियों को कहा कि उन्‍हें अपने चुनावी वादों को पूरा करने और बड़े सरकारी कार्यक्रमों को पूरा करने के लिए और ज्‍यादा मेहनत करनी होगी। इसे सुनिश्‍च‍ित करने के लिए पीएम कथित तौर पर यह रिव्‍यू की प्रक्रिया हर तीन महीने पर करना चाहते हैं। पीएम ने मंत्रियों को बार-बार कहा, ‘सरकार अच्‍छी योजनाओं का एलान कर रही है, लेकिन ‘दूत’ (मंत्रियों और सांसद) इसे जनता तक पहुंचा नहीं पा रहे।’

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सूत्रों ने कहा कि जिन मंत्रालयों के कामकाज को कमतर आंका गया उनमें स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय भी शामिल है। पीएम ने उन्‍हें साफ कर दिया कि वे देश के दूसरे हिस्‍सों में दिल्‍ली के एम्‍स जैसे सरकारी अस्‍पताल से जुड़ी योजनाओं में तेजी देखना चाहते हैं। सूत्रों ने यह भी कहा कि ज्‍यादा आईआईटी और आईआईएम, बिजनेस और इंजीनियरिंग कॉलेज खोने जाने की प्राथमिकता पर भी जोर दिया गया। टेलिकॉम मंत्री रविशंकर प्रसाद को कथित तौर पर कहा गया कि कनेक्‍ट‍िविटी सुधारा जाए और कॉल ड्रॉप की समस्‍या को ज्‍यादा तेजी से हल किया जाए।

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माना जा रहा है कि अगले हफ्ते होने वाले कैबिनेट फेरदबल में ऊर्जा मंत्री गोयल को प्रमोशन मिल सकता है। यूपी विधानसभा चुनावों को देखते हुए यहां के सदस्‍यों का प्रतिनिधित्‍व भी बढ़ाया जा सकता है। बता दें कि फिलहाल मंत्री परिषद् में पीएम समेत 66 सदस्‍य हैं। इनकी संख्‍या 82 से ज्‍यादा नहीं हो सकती।