India Independence Day 2018 (भारत का स्वतंत्रता दिवस): भारत आज अपनी आजादी की 72वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस दौरान लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में देश के विकास, उसकी चुनौतियों पर अपने विचार रखे। अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने लगभग प्रत्येक अहम मुद्दे जैसे रोजगार, गरीबी, स्वच्छता अभियान, कश्मीर, जीएसटी आदि पर अपने विचार देश की जनता के सामने रखे। अपने भाषण में पीएम मोदी का कुछ खास बातों पर जोर रहा। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान गरीबी पर काफी जोर दिया।
गरीबः इस बात को इस तरह से समझा जा सकता है कि पीएम मोदी के एजेंडे में गरीब और गरीबी काफी ऊपर है। पीएम मोदी ने आज अपने भाषण में गरीब शब्द का इस्तेमाल सबसे ज्यादा यानि कि कुल 38 बार किया। वहीं पिछले 4 सालों के दौरान द्वारा लाल किले से दिए गए अपने भाषणों में पीएम मोदी ने गरीब शब्द का इस्तेमाल साल 2014 में 29 बार, साल 2015 में 44 बार, साल 2016 में 27 बार और साल 2017 में कुल 17 बार इस्तेमाल किया था।
किसानः गरीब के बाद पीएम मोदी के भाषण में किसान शब्द पर काफी जोर रहा। पीएम मोदी ने आज अपने भाषण में किसानों का जिक्र कुल 14 बार किया। लालकिले से जब भी भाषण होता है तो उनमें किसान और कृषि को यकीनन मुख्य तौर पर शामिल किया जाता रहा है। इस बार का भाषण भी इसका अपवाद नहीं रहा। देश के विकास में किसानों के योगदान को रेखांकित करने के लिए पीएम मोदी के पिछले भाषणों की बात करें तो यह आंकड़ा साल 2014 में 6 बार, साल 2015 में 23 बार, साल 2016 में 31 बार और साल 2017 में 19 बार किसान शब्द का इस्तेमाल किया था।
स्वच्छताः पीएम मोदी के लिए स्वच्छता का हमेशा से ही काफी अहम स्थान रहा है। प्रधानमंत्री ने सत्ता संभालते ही स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया और स्वच्छ भारत के नाम से अभियान भी शुरु किया। इस साल पीएम मोदी ने अपने भाषण में स्वच्छता शब्द का इस्तेमाल कुल 11 बार किया। हालांकि पिछले भाषणों में स्वच्छता शब्द का इस्तेमाल ज्यादा नहीं किया गया था।
गांवः कहा जाता है कि भारत गांवों में बसता है। पीएम मोदी ने अपने भाषण में भी यह बात दर्शायी। पीएम मोदी ने अपने भाषण में गांव शब्द का इस्तेमाल कुल 22 बार किया। इससे पहले साल 2014 में 29 बार, साल 2015 में 11 बार, साल 2016 में 15 बार और साल 2017 में 0 बार इस शब्द का इस्तेमाल किया।
युवाः युवा शब्द पर जोर देते हुए पीएम मोदी ने अपने भाषण में इसका जिक्र कुल 9 बार किया। जबकि साल 2014 में यह आंकड़ा 27 बार, साल 2015 में 0 बार, साल 2016 में 13 बार और साल 2017 में 12 बार रहा था।
कृषिः इस साल पीएम मोदी ने कृषि शब्द 11 बार इस्तेमाल किया। जबकि बीते साल इस शब्द का ज्यादा इस्तेमाल नहीं हुआ।
दलितः इस साल अपने भाषण में पीएम मोदी ने दलितों के मुद्दे पर अपनी बात रखी और कुल एक बार दलित शब्द का इस्तेमाल किया। हालांकि हैरानी की बात है कि पिछले चार सालों की अपनी स्पीच में पीएम मोदी ने दलित शब्द का इस्तेमाल एक बार भी नहीं किया था।
जीएसटीः अपने शासनकाल में जीएसटी लागू करने की उपलब्धि हासिल करने के बाद पीएम मोदी ने अपने भाषण में कुल 5 बार जीएसटी शब्द का इस्तेमाल किया। चूंकि साल 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद पीएम मोदी ने अपने भाषण में 8 बार इसका उल्लेख किया।
पिछड़ाः पिछड़ा शब्द का इस्तेमाल पीएम मोदी ने कुल 2 बार किया। जबकि पिछले 4 सालों के दौरान पीएम के भाषण में यह शब्द नदारद रहा था।
बिजलीः इस बार पीएम मोदी ने बिजली शब्द का जिक्र अपने भाषण में नहीं किया। लेकिन पिछले 4 भाषणों में साल 2014 में 0, साल 2015 में 0, साल 2016 में 20 बार और साल 2017 में 4 बार इस्तेमाल किया।
शौचालयः आज के भाषण में शौचालय शब्द का इस्तेमाल 4 बार हुआ। जबकि साल 20147 में 7 बार, साल 2015 में 9 बार, साल 2016 में 4 बार और साल 2017 में 0 बार हुआ।
गैसः उज्जवला योजना पर बात करते हुए पीएम मोदी ने गैस कुल 4 बार इस्तेमाल किया। वहीं साल 2014 में 0 बार, साल 2015 में 9 बार, साल 2016 में 8 बार और साल 2017 में 3 बार इस्तेमाल किया।
अन्य अहम शब्दः उपरोक्त शब्द के अलावा पीएम मोदी ने अपने भाषण में जिन अहम शब्दों का जिक्र किया। उनमें कश्मीर- 7, काला धन- 2, आतंकवाद-3, नौकरियां-1 बार इस्तेमाल किया।