जीएसटी लागू कराने को लेकर विपक्ष और सरकार में लंबे समय तक खींचतान जारी रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते थे कि जीएसटी जल्द से जल्द लागू हो जाए। एक खबर के मुताबिक जीएसटी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुस्सा हो गए और एक अधिकारी पर बरस पड़े। उनकी इस प्रतिक्रिया को देखकर हर कोई हैरान रह गया। Rediff की एक रिपोर्ट के मुताबिक जीएसटी को लेकर अधिकारियों के साथ चर्चा के दौरान एक अधिकारी ने कहा कि गुड्स एंड सर्विस टैक्स लागू होने के बाद आम आदमी की जरुरत की चीजों में मामूली वृद्धि होगी। जिस पर प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी ने गुस्से में जवाब देते हुए कहा, ‘गरीब की थाली में फर्क नहीं पड़ना चाहिए।’
सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज एंड कस्टम और सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस के अधिकारियों के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने साफ किया कि टैक्स कलेक्टर्स (tax collectors) इसे लेकर सजग रहे यह सरकारी की पॉलिसी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस रूप को देकर सीबीईसी और सीबीडीटी के सदस्य हैरान रह गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुस्सा होने की संभवत यह पहली घटना होगी। मोदी अपने विरोधियों पर भी बहुत ही सधे हुए अंदाज में हमला करते हैं।
गौरतलब है कि जीएसटी बिल पास कराने को लेकर लंबे समय से मोदी सरकार की कोशिशें जारी हैं। लोकसभा से राज्यसभा और संशोधन के बाद एक फिर लोकसभा से बिल को पास कराने के बाद अब राज्य की विधानसभाओं में पास कराया जा रहा है। मोदी सरकार की कोशिश है कि जीएसटी कानून अप्रैल 2017 तक लागू हो जाए। इसके लिए मोदी सरकार संभव प्रयास कर रही है।