लोकसभा चुनाव नजदीक हैं और सभी राजनैतिक पार्टियां चुनाव की तैयारियों में जुटी हैं। चुनावों के दौरान नारों की खास अहमियत होती है, क्योंकि ये नारे ही होते हैं, जो किसी भी नेता या पार्टी को घर-घर तक लोकप्रिय बना देते हैं। 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा की जीत में उसके नारे ‘अबकी बार मोदी सरकार’ का बड़ा योगदान रहा था। अब एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी 2019 के आम चुनावों के लिए नारा दे दिया है। दरअसल राजस्थान के टोंक में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने नारा दिया कि ‘मोदी है तो मुमकिन है’।

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि ‘मौजूदा सरकार द्वारा पिछले 4 सालों के दौरान किए गए कामों के कारण जनता का उसमें विश्वास है। लोग जानते हैं कि मोदी है तो मुमकिन है।’ ‘आज जवानों के नाम पर आंसू बहाने वाले लोगों को ये शब्द शोभा नहीं देता। ये हमारी सरकार है, जिसने वन रैंक वन पेंशन लागू किया। मोदी है तो मुमकिन है।’ पीएम मोदी ने आगे कहा कि ‘देश आज आत्मविश्वास से भरा है। ये इसलिए संभव है क्योंकि किसानों को सीधी सहायता मिली, आरक्षण मिला, दुश्मन में करारे जवाब का खौफ पैदा है। ऐसे अनेक कारण हैं, जिसकी वजह से देश को लगता है कि मोदी है तो मुमकिन है।’

देश की मजबूत आर्थिक तरक्की का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ET Global Business Summit के दौरान कहा कि उदारीकरण के बाद अभी तक की सरकारों में एनडीए की मौजूदा सरकार में ही 7 प्रतिशत की दर से विकास हुआ है, वहीं मुद्रास्फीति की दर भी कम रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2014 से 2019 के दौरान विकास दर औसतन 7.4 प्रतिशत रही, जबकि औसतन मुद्रास्फीति की दर 4.5 प्रतिशत रही। 1991 में उदारीकरण के बाद यह औसतन विकास दर सबसे कम मुद्रास्फीति की दर के साथ सबसे उच्च है।