PM Narendra Modi Birthday (नरेंद्र मोदी बर्थडे डेट): नरेंद्र मोदी आज देश के प्रधानमंत्री हैं। मगर एक समय था, जब वह साधक हुआ करते थे। मोदी की तमन्ना उन दिनों संन्यासी बनने की थी। वह साधना में यूं डूब जाते कि सुबह से कब शाम हो गई, यह पता ही नहीं चल पाता था। संन्यास की राह तलाशते-तलाशते वह कई दिन जंगलों में भी रहे। पीएम से जुड़े ये खुलासे संस्कृत और दर्शनशास्त्र के विद्वान स्वामी चिदानंद ने किए हैं। वह उत्तराखंड के ऋषिकेष स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम के अध्यक्ष भी हैं।
आपको बता दें कि आज (17 सितंबर) पीएम मोदी का 68वां जन्मदिन है। 17 सितंबर 1950 को गुजरात के वडनगर में उनका जन्म हुआ था। वह इस बार संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बच्चों के बीच जन्मदिन मनाएंगे। पीएम दोपहर में काशी पहुंचेंगे और एक प्राथमिक स्कूल के बच्चों से बातचीत करने नरुर गांव जाएंगे। उनके जन्मदिन पर ‘हिंदुस्तान’ में चिदानंद का एक आलेख प्रकाशित हुआ, जिसमें उन्होंने पीएम से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें साझा कीं।
परमार्थ आश्रम के अध्यक्ष ने इसमें बताया, “मैंने उन्हें पहली बार साधक के रूप में देखा था। वह तब गुजरात के मुख्यमंत्री नहीं बने थे। वह परमार्थ आश्रम आए थे और 10-12 दिनों तक साधना में लीन रहे थे। रोज सुबह वक्त पर उठते और कुछ देर टहलने के बाद साधना में डूब जाते। उन्होंने प्राकृतिक चिकित्सा लेने के साथ ही उसे सीखा भी। वह तब एक सामान्य, सरल और अनुशासित व्यक्ति की तरह रहे थे।”
बकौल चिदानंद “मैंने तब अध्यात्म में डूबे साधक (मोदी) को देखा था। वह तब संन्यासी बनना चाहते थे। यहां तक कि वह उत्तराखंड के जंगलों में वह लंबे समय तक रहे और संन्यास की शिक्षा-दीक्षा के लिए रामकृष्ण आश्रम भी पहुंचे थे। पर मोदी के भाग्य में देश सेवा लिखी थी, इसलिए वह राजनेता बन गए।”
