राज्य सभा में बुधवार को गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स(जीएसटी) जब पेश हुआ तो सरकार को भरोसा इसके पास होने का भरोसा था क्योंकि समर्थन उसके साथ था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर भी बात को हल्के में नहीं लेना चाहते थे इसलिए उन्होंने कैबिनेट मंत्रियों से 11 नामांकित सदस्यों से बात करने को कहा गया। इसके लिए पूर्व संसदीय मंत्री वैंकेया नायडू सबसे ज्यादा सक्रिय थे। एक मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री का कहना था कि कोई रह न जाए। गौरतलब है कि राज्य सभा में जीएसटी बिल बहुमत के साथ पास हुआ। वोटिंग के दौरान सभी वोट इसके पक्ष में पड़े।
वहीं सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की सोशल मीडिया सेल भी जीएसटी बिल को लेकर काफी एक्टिव थी। सोशल मीडिया पर इस बारे में चल रहे ट्रैंड को फॉलो किया जा रहा था। जब पता चला कि जीएसटी पर 40 प्रतिशत से ज्यादा चर्चा पॉजीटिव है और केवल तीन प्रतिशत ही नेगेटिव बात हो रही है तो अधिकारी काफी खुश हुए। इस बारे में पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने भी ट्वीट किया और जीएसटी की तारीफ की। इस बिल का समर्थन करने वाली हस्तियों में वे सबसे आगे थे। रोचक बात है कि सचिन को इस बिल का समर्थन करने पर सोशल मीडिया पर तानों का सामना भी करना पड़ा। लोगों ने राज्य सभा में उपस्थित न होने पर सचिन का मजाक बनाया।
