प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 जुलाई (गुरुवार) को फ्रांस और यूएई की यात्रा जा रहे हैं। वह फ्रांस में बैस्टिल डे परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। पीएम मोदी राजनयिक दौरे के हिस्से के रूप में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की एक महत्वपूर्ण यात्रा रवाना होंगे। पीएम मोदी फ्रांस यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है कि फ्रांस दौरे पर 96 हजार करोड़ की बड़ी डिफेंस डील को मंजूरी मिल सकती है। भारत, फ्रांस से 26 राफेल और 3 स्कॉर्पीन पनडुब्बियां खरीद सकता है। पीएम मोदी के फ्रांस दौरे के दौरान इन सौदों की घोषणा होने की संभावना है।
क्यों खास है फ्रांस का दौरा?
पीएम मोदी की फ्रांस यात्रा के दौरान भारत सरकार फ्रांस के साथ 26 राफेल-एम और तीन स्कॉर्पीन पनडुब्बियों की खरीद को लेकर डील कर सकती है। यह डील करीब 96 हजार करोड़ रुपए की होगी। इस डील में 26 राफेल-एम फाइटर जेट में से 22 फाइटर जेट सिंगल सीटर होंगे। वहीं चार डबल सीटर ट्रेनिंग फाइटर होंगे। इसके अलावा प्रोजेक्ट 75 के तहत तीन अतिरिक्त स्कॉर्पीन क्लास सबमरीन भारत लाई जाएंगी। राफेल-एम फाइटर जेट्स को भारतीय नौसेना के एयरक्राफ्ट करियर्स पर तैनात किया जाएगा। मौजूदा समय की बात करें तो भारतीय नौसेना के पास अभी फाइटर जेट्स और पनडुब्बियों की कमी है।
बता दें कि रक्षा मंत्रालय के रक्षा खरीद बोर्ड (DPB) से 26 राफेल-एम विमानों की खरीद से जुड़े प्रस्तावों को मंजूरी मिल चुकी है। इन प्रस्तावों में नौसेना के लिए राफेल-एम विमानों के साथ ही तीन स्कॉर्पीन पनडुब्बियों की भी खरीद भी शामिल है। इस डील के प्रस्तावों पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) विचार करेगी। संभावना है कि प्रधानमंत्री मोदी के फ्रांस पहुंचने से पहले रक्षा अधिग्रहण परिषद से इन प्रस्तावों को मंजूरी मिल जाए।
यूएई की 5वीं यात्रा
साल 2014 में पदभार संभालने के बाद से पीएम मोदी की खाड़ी देश यूएई की यह पांचवीं यात्रा होगी। इससे पहले वह जून 2022, अगस्त 2019, फरवरी 2018 और अगस्त 2015 में यूएई जा चुके हैं। जून 2022 में अपनी पिछली यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर संवेदना व्यक्त करने के लिए अबू धाबी के राष्ट्रपति और शासक शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मुलाकात की थी।