प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आकाशवाणी द्वारा तैयार ‘रामचरितमानस’ के विशेष डिजीटल संस्करण को कल जारी करेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गोस्वामी तुलसीदास की कृति की रिकार्डिंग आकाशवाणी द्वारा कई सालों में की गयी है और उसका नियमित रूप से विशेषकर हिंदी अंचल में प्रसारण किया जाता रहा है।

भोपाल घराने के जाने माने गायकों ने रामचरित मानस की चौपाइयों एवं दोहे को आवाज दी है। आकाशवाणी भोपाल ने 1980 में तत्कालीन केंद्र निदेशक समर बहादुर सिंह के मार्गदर्शन में पहली बार ‘रामचरितमानस’ को स्वरबद्ध किया था और रिकार्ड किया था।

अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री कल इस मौके पर कुछ मशहूर कलाकारों का अभिनंदन भी करेंगे। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरूण जेटली, सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौर, प्रसार भारती के अध्यक्ष ए सूर्यप्रकाश, सूचना एवं प्रसारण सचिव बिमल जुलका एवं अन्य अधिकारी उपस्थिति रह सकते हैं।

‘रामचरितमानस’के डिजीटल संस्करण के शुरू होने के साथ ही प्रसारक महसूस करता है कि वह न केवल घरेलू श्रोता बल्कि विदेशों में अपने श्रोताओं तक पहुंचेगा।
अधिकारियों ने बताया कि यह बडे पैमाने पर डिजटलीकरण की आकाशवाणी की कोशिश का हिस्सा है ताकि जनप्रसारक वैश्विक रूप से अपने श्रोताओं तक पहुंच सके।
आकाशवाणी के कई चैनल मोबाइल एप्प पर उपलब्ध हैं और प्रसारक इंटरनेट पर भी अपनी अधिक उपस्थिति बना रहा है।