अगस्तावेस्टलैंड हेलीकॉप्टर करार के मुद्दे पर कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश उन लोगों के नाम जानना चाहता है जिन्होंने हेलीकॉप्टर करार में कमीशन लिया । उन्होंने कहा कि रिश्वत लेने वालों को सजा दी जानी चाहिए ।
आज रात यहां सेंट्रल स्टेडियम में एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘देश जानना चाहता है कि हेलीकॉप्टर करार में किसने कमीशन लिया और उन्हें सजा दी जानी चाहिए ।’’
मोदी ने कहा, ‘‘मैडम सोनियाजी, ‘आप की ये हिम्मत’ । आप और कांग्रेस के नेता बयान दे रहे हैं कि आपके खिलाफ गलत आरोप लगाए जा रहे हैं । क्या मोदी या मोदी सरकार ने पिछले दो सालों में एक बार भी हेलीकॉप्टर करार में कांग्रेस का नाम लिया था ?’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने एक बार भी किसी के नाम का इस्तेमाल नहीं किया । जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं । हिंदुस्तान में किसी ने नाम नहीं लिया । नाम इटली से आए हैं ।’’
मोदी ने रैली में आए लोगों से पूछा, ‘‘क्या इटली में आपका कोई परिचित है ? इटली में आपके रिश्तेदार रहते हैं ? क्या आप इटली गई हैं ? क्या इटली में आपको कोई जानता है ?’’ उन्होंने कहा, ‘‘हर कोई जानता है कि इटली में किसके रिश्तेदार हैं ।’’
उन्होंने यह भी कहा कि इटली की हाई कोर्ट ने नाम जारी किए हैं । मोदी ने कहा, ‘‘रिश्वत देने वाले जेल में हैं, रिश्वत लेने वालों को कब सजा दी जाएगी, देश अब ये जानना चाहता है ।’’
जंतर-मंतर पर कांग्रेस के प्रदर्शन का मजाक उड़ाते हुए मोदी ने कहा कि उनका ‘‘लोकतंत्र बचाओ’’ मार्च तब शुरू हुआ जब हेलीकॉप्टर करार के मुद्दे पर तपिश बढ़ गई ।
केरल के कसरगोड़, कुट्टनाड और तिरूवनंतपुरम में तीन और तमिलनाडु के कन्याकुमारी में एक चुनावी सभा को संबोधित करने वाले मोदी ने केंद्र की पिछली यूपीए सरकार और केरल के यूडीएफ और एलडीएफ को आड़े हाथ लिया ।