प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर पूर्व के दौरे पर हैं। पीएम मोदी ने शनिवार सुबह काजीरंगा नेशनल पार्क का दौरा किया और वहां पर जंगल सफारी की। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी अरुणाचल प्रदेश रवाना हो गए। पीएम मोदी ने अरुणाचल प्रदेश में सबसे लंबी सुरंग सेला टनल का उद्घाटन किया।
विकसित भारत – विकसित नॉर्थईस्ट का दिया नारा
इसके अलावा पीएम मोदी ने कई परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। पीएम मोदी ने ‘विकसित भारत – विकसित नॉर्थईस्ट’ कार्यक्रम के अंतर्गत ईटानगर में एक बड़ी जनसभा को भी संबोधित किया। पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा, “कांग्रेस ने तो बॉर्डर के गांव को नजरअंदाज कर रखा था। उन्होंने इस देश का आखिरी गांव कहकर हाशिए पर छोड़ रखा था लेकिन मेरे लिए यह पहला गांव है।”
पीएम मोदी ने कहा, “आजादी के बाद से लेकर 2014 तक पूर्वोत्तर में 10 हजार किमी नेशनल हाइवे बनाए गए थे। जबकि बीते 10 वर्षों में हो 6 हजार किमी से अधिक नेशनल हाइवे बनाए गए हैं। जितना काम 7 दशक में हुआ, उतना हमने 1 दशक में करीब करीब कर दिया है। कांग्रेस के INDI गठबंधन के परिवारवादी नेताओं ने मोदी पर हमले बढ़ा दिए हैं और आजकल वो पूछ रहे हैं कि मोदी का परिवार कौन है। गाली देने वालों कान खोलकर सुन लो – अरुणाचल के पहाड़ों में रहने वाला हर परिवार कह रहा है कि ये मोदी का परिवार है।”
क्या है सेला टनल की खासियत?
सेला टनल के निर्माण की घोषणा केंद्र सरकार ने 2018 में की थी। यह बालीपारा-चारदुआर-तवांग सड़क का एक हिस्सा है, जो चीनी सीमा के पास प्रमुख परियोजनाओं में से एक है। सेला टनल अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले में स्थित है और इसे सीमा सड़क संगठन द्वारा बनाया गया है।
सेला टनल के कारण तेजपुर से तवांग तक यात्रा का समय कम से कम एक घंटा कम हो जाएगा और साथ ही हर मौसम में कनेक्टिविटी भी मिलेगी। फिलहाल, सर्दियों और भारी बर्फबारी के कारण सेला पास सर्दियों के महीनों के लिए बंद रहता है। इसके अलावा सेला टनल सैन्य और नागरिक दोनों वाहनों के लिए लोजिस्टिक्स को भेजने में मदद करेगा। इसके बन जाने से अब वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) और तवांग सेक्टर के आगे के इलाकों में हथियारों और सैनिकों की तेजी से तैनाती की जा सकेगी।