विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की सालाना बैठक में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वक्त दावोस में हैं। वह इस बैठक में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ भारत की भविष्य की गतिविधियों पर मंगलवार को अपना ‘विजन’ पेश करेंगे। पीएम मोदी विश्व आर्थिक मंच के पूर्ण सत्र में एक मुख्य भाषण देंगे और न्यू इंडिया की तस्वीर पूरी दुनिया के सामने रखेंगे। इस साल के सम्मेलन का विषय ‘क्रिएटिंग ए शेयर्ड फ्यूचर इन ए फ्रैक्चर्ड वर्ल्ड’ है।
पीएम मोदी ने दावोस में टॉप ग्लोबल कंपनियों के सीईओ के साथ बैठक की। इस बात की जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर दी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘पीएम मोदी ने सभी बड़ी कंपनियों के सीईओ के साथ राउंड टेबल मीटिंग की। उन्होंने मीटिंग में भारत की प्रगति और वहां मौजूद अवसरों के बारे में बात की।’ भारत को सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से भी सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। आईएमएफ ने अगले वित्त वर्ष में भारत की विकास दर 7.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।
Narrating India’s growth story and presenting exciting opportunities for global business in India at #Davos, PM @narendramodi hosted a roundtable meeting with CEOs of top global companies. #IndiaMeansBusiness pic.twitter.com/R16QooOPUK
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) January 22, 2018
इस सम्मेलन में शिरकत कर रहे महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मुझे आप सबकी तारीफ करने दीजिए। आपने हमने अपनी वैश्विक संगठनात्मक कौशल से गौरवान्वित किया है। विश्व का प्रत्येक सीईओ आपकी मेहमाननवाजी से अभिभूत हो गया था।’’ नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने ट्वीट कर कहा, ‘‘सम्मेलन के पूर्ण सत्र को संबोधन को सुनने और कई सत्रों में हिस्सा लेने के अलावा मैं तड़के आल्पस में योगा कक्षाओं में शामिल होने को लेकर आश्वस्त हूं। विश्व आर्थिक मंच में भारत की शक्ति का प्रदर्शन हो रहा है।’’ आईएमएफ ने भारत की विकास दर अगले वित्त वर्ष में 7.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। चीन की अर्थव्यवस्था की रफ्तार कम होने की वजह से भारत विश्व की तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है।
इस बैठक से इतर पीएम मोदी ने सोमवार को स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बर्सेट से मुलाकात की और उनसे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की। मोदी ने एक ट्वीट कर कहा, ‘दावोस पहुंचने पर मैंने स्विस कन्फेडरेशन के राष्ट्रपति एलेन बर्सेट से बातचीत की। हमने द्विपक्षीय सहयोग की संभावनाओं की समीक्षा की तथा इसे और मजबूत बनाने पर चर्चा की।’ वहीं बर्सेट ने कहा कि यह चर्चा दुनिया के सबसे बड़े और पुराने लोकतंत्रों की मुलाकात दर्शाती है। मोदी का आभार जताते हुए स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति ने कहा कि वह भारत के साथ हमारे संबंध और मजबूत करना जारी रखेंगे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक ट्वीट में कहा, ‘बर्फबारी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्विस राष्ट्रपति एलेन बर्सेट से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने लोकतंत्र और विविधता के साझा मूल्यों पर बने हमारे द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने के कदमों पर रचनात्मक बातचीत की।’ सूत्रों ने बताया कि समझा जाता है कि दोनों नेताओं ने कर सूचना के स्वत: आदान प्रदान पर हुई प्रगति पर भी चर्चा की।
इसके अलावा स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन के साथ द्विपक्षीय बैठक करने का भी मोदी का कार्यक्रम है। मोदी ने देश से रवाना होने से पहले कहा था कि भारत का अन्य देशों के साथ संबंधों का हालिया वर्षों में विस्तार हुआ है। बाहरी दुनिया के साथ देश के संबंध वास्तव में बहुआयामी हुए हैं जिनमें राजनीतिक, आर्थिक, लोगों से लोगों के बीच और सुरक्षा तथा अन्य आयाम शामिल हैं।’ उन्होंने कहा था, ‘‘दावोस में, मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ भारत के भविष्य के संबंध के लिए अपने विजन को साझा करने की आशा करता हूं।’’ विश्व आर्थिक मंच की 48वीं सालाना बैठक में कारोबार, राजनीति, कला, अकादमिक और सिविल सोसायटी से विश्व के 3,000 से भी अधिक नेता भाग ले रहे हैं। इसमें भारत से 130 से भी अधिक लोग भाग ले रहे हैं। वर्ष 1997 में एच डी देवगौडा की यात्रा के बाद करीब 20 वर्षों में दावोस बैठक में शामिल होने वाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं।