देश के कई हिस्सों में अग्निपथ योजना के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसका सबसे ज्यादा असर बिहार में देखने को मिल रहा है। राज्य में प्रदर्शनकारियों ने सरकारी संपत्तियों को काफी नुकसान पहुंचाया है। बिहार के लखीसराय, जहानाबाद, छपरा, पटना समेत 19 जिलों में प्रदर्शन के दौरान हिंसक घटनाएं हुई और कई ट्रेनों को आग के हवाले किया गया। इस मुद्दे पर न्यूज 24 पर एक टीवी डिबेट के दौरान सपा प्रवक्ता ने कहा कि मोदी जी की आदत है, सनक उठती है और कोई भी फैसला ले लेते हैं।

समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री माननीय मोदी जी की आदत है कि उन्हें सनक उठती है और कोई भी फैसला ले लेते हैं और ऐलान कर देते हैं। उन्होंने कहा, “ये अदूरदर्शितापूर्ण है, बिना सोचे समझे ये निर्णय लिया गया है। ये देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है। ये देश के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है और ये सेना की क्षमता के साथ खिलवाड़ है।”

सत्तारूढ़ पार्टी कन्फ़्यूजन बढ़ा रही है: राजकुमार भाटी ने कहा, “इस योजना में कई कन्फ़्यूजन है और सत्तारूढ़ पार्टी कन्फ़्यूजन बढ़ा रही है बजाय चीजों को क्लियर करने के।” उन्होंने डिबेट में मौजूद बीजेपी प्रवक्ता पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजीव जेटली की एक भी बात जिम्मेदारी भरी नहीं है। केवल आंदोलनकारियों पर आरोप लगाना, उन्हें देशद्रोही बताना, किराये के बताना ये इनकी आदत है।

उन्होंने आगे कहा, “आप अपने चैनल पर बता रहे हैं कि रेगुलर सैनिक को 25 हजार तनख़्वाह मिलती है और अग्निवीरों को 30 हजार मिलेगी। ये बात बिल्कुल गलत है, जहां तक मुझे पता है सेना में सैनिकों को 30 से 35 हजार सैलरी मिलती है। वहीं, अग्निवीरों के हाथ में 21 हजार रुपए आएंगे। इस तरह के कन्फ़्यूजन न पैदा किए जाएं।

सेना नौकरी देने का पेशा नहीं: वहीं दूसरी ओर रिटायर मेजर जनरल के के सिन्हा कांग्रेस प्रवक्ता पर भड़क गए। जनरल के के सिन्हा ने कहा, “आज जब कुछ चीजें हो रही हैं तो उस पर भ्रम मत फैलाइए। जिन्हें इस बारे में कोई नॉलेज नहीं है वो मत बोलें। सेना नौकरी देने का पेशा नहीं है, जज्बे का पेशा है। मैडम क्या बोल रही हैं उन्हें पता नहीं हैं, पता नहीं ये कहां से निकली हैं।” उन्होंने कांग्रेस प्रवक्ता अनुमा आचार्य को संबोधित करते हुए कहा कि आप टीवी चैनल पर बैठकर तीनों सेनाओं के प्रमुख जिन पर सारा दारोमदार है उन पर आरोप लगा रही हैं कि वो बिके हुए हैं।