पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पार्टी के उन सांसदों को कड़ी फटकार लगाई, जो संसद चलने के दौरान नदारद रहते हैं। पीएम ने साफ तौर पर कहा कि वह ऐसा करने वाले सांसदों पर नजर रख रहे हैं। बीजेपी सांसदों की बैठक के दौरान पीएम ने बजट सत्र में संसद की महत्वपूर्ण बहस के दौरान पार्टी सांसदों के गायब रहने को लेकर बेहद नाराजगी जाहिर की। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम ने कहा, ‘आप कैसा महसूस करेंगे कि अगर अमित शाह को आपकी रैली के लिए आना हो तो आखिरी वक्त पर वह न पहुंचें?’ इसके बाद, वह मुड़े और कुछ बीजेपी सांसदों की ओर देखा और अपना सवाल दोहराया। मोदी ने फिर कहा, ‘आप कैसा महसूस करेंगे….।’

एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, इससे कुछ मिनट पहले ही संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सदस्यों से वक्त का पाबंद होने की अपील की थी। उन्होंने इस बात का जिक्र किया था कि जब कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विवादास्पद तीन तलाक बिल पेश किया तो बीजेपी के कई सांसद सदन में मौजूद नहीं थे। मोदी ने सांसदों से पूछा, ‘आप कैसा महसूस करोगे, जब आपको 2 लाख वोटों से जीत मिले तो आपको पता चले कि आपके बेस्ट फ्रेंड ने ही आपको वोट नहीं दिया।’ कुछ ने माना कि उन्हें बहुत निराशा होगी। इस पर पीएम ने कहा, ‘ठीक ऐसा ही मुझे महसूस होता है, जब मैं संसद में मौजूद लोगों की संख्या देखता हूं।’

बता दें कि पीएम मोदी की लोकप्रियता का ही नतीजा है कि बीजेपी लगातार दूसरी बार प्रचंड बहुमत पाकर केंद्र की सत्ता पर काबिज हुई है। बीजेपी को लोकसभा चुनाव में 303 सीटों पर जीत मिली है। वहीं, एनडीए की सीटों का आंकड़ा 352 रहा। सांसदों का सदन की प्रक्रिया के दौरान अनुपस्थित रहने की समस्या नई नहीं है। अपने पहले कार्यकाल में भी मोदी ने सांसदों को इस बारे में कड़ी हिदायत दी थी। पीएम ने तो यहां तक चेतावनी दी थी कि टिकट देते वक्त इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि कौन कितना वक्त का पाबंद है।