पीएम नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर एक्‍स्‍पो में मंगलवार को भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। मोदी ने यहां कहा कि भारत सिंगापुर से काफी कुछ सीख सकता है। मोदी ने यह भी कहा कि आज पूरी दुनिया भारत की ओर भरोसे की नजर से देख रही है।

मोदी ने और क्‍या कहा भाषण में

-आखिरी 18 महीनों में भारत ने यूरेनियम सप्‍लाई के लिए कई देशों के साथ करार किया। यह भारत में लोगों के भरोसे को दिखाता है।

-सौर्य ऊर्जा भारत के लिए क्‍लीन एनर्जी का सबसे बढ़िया स्रोत बन सकता है। इसलिए हमने इंटरनेशनल सोलर अलायंस के लिए प्रपोजल दिया है। हम अब सोलर एनर्जी पर फोकस कर रहे हैं।

-किसी ने मेगावॉट के ऊपर सोचा भी नहीं था। पहली बार हमने 175 गीगावॉट रिनुएबल एनर्जी के बारे में सोचा है।

-छह महीने हमारे यहां रहिए। बच्‍चों को पढ़ाइए। छह महीने उधर चले जाइए। जब हमारे यहां गर्मी शुरू हो तो वहां चले जाना। हमने विश्‍व भर में रहने वालों को कहा, भारतीय समुदाय को कहा, जब आपके यहां मौसम खराब हो तो हमारे यहां चले आइए।

-हम वे लोग हैं, जिन्‍होंने जीव में शिव देखे और पौधों में परमात्‍मा।

-हम सिंगापुर, जर्मनी और अमेरिका के साथ मिलकर स्‍किल डेवलपमेंट के बारे में सोच रहे हैं। यह एक आंदोलन है, जो हमने शुरू किया है।

-क्‍या 125 करोड़ आबादी वाले देश को अपने डिफेंस की जरूरतों के लिए दूसरे देशों पर आश्रित होना चाहिए?क्‍या हम नहीं बना सकते? तभी हमने डिफेंस सेक्‍टर में एफडीआई 49 पर्सेंट कर दी है। पुलिस के पास टीयर गैस शेल होते हैं। सोचो कि हम रोने के लिए भी बाहर से लाते हैं। यह स्‍थ‍िति बदलनी चाहिए।

-आज 18 महीने हो चुके हैं, लेकिन कोई उंगली नहीं उठा सका क्‍योंकि हमने पारदर्शिता के साथ काम किया है।

-आज हम ग्‍लोबल मार्केट में रुपए बॉन्‍ड के साथ दाखिल हुए हैं। इससे पहले तक, यह सिर्फ डॉलर, पाउंड और गोल्‍ड होता था।

-एफडीआई का दुनिया के लिए मतलब फॉरेन डायरेक्‍ट इन्‍वेस्‍टमेंट होता है, लेकिन मेरे लिए यह फर्स्‍ट डेवलप इंडिया है।

-फॉरेन डायरेक्‍ट इन्‍वेस्‍टमेंट का मकसद फर्स्‍ट डेवलप इंडिया होना चाहिए। जबसे हमने कामकाज संभाला है, एफडीआई में बढ़ोत्‍तरी हुई है।

-न हम आंख झुकाकर बात करेंगे, न आंख दिखाकर बात करेंगे। हम दुनिया से आंख मिलाकर बात करेंगे।

-मीडिया ने मुझसे चुनाव से पहले कहा-मोदी जी, आपकी फॉरेन पॉलिसी कैसी होगी? उन्‍हें लगा कि मुझे अनुभव नहीं है।

-महात्‍मा गांधी कुछ कहें, लाल बहादुर शास्‍त्री कुछ कहें और लोग मान जाएं तो वो गले से उतर जाता है। लेकिन मेरे जैसा सामान्‍य आदमी, एक चायवाला, कुछ कहे और देश मान जाए, तब मेरा मन कहता है कि देश ऊंचाईयों पर जाकर रहेगा।

-आज मैं गर्व से कह सकता हूं कि मेरे देश के 40 लाख परिवारों ने अपनी गैस सब्‍सिडी छोड़ दी। दुनिया बदल रही है। क्‍या भारत को नहीं बदलना चाहिए?

-सिंगापुर एक ऐसे देश के तौर पर नजीर है, जहां बीते 50 साल में कई पीढि़यां देश को विकास की राह पर जाते देख रही हैं। जब सिंगापुर को याद करते हैं तो विश्‍वास पैदा होता है।

-भारत एक ऐसा देश है, जो न केवल यह मानता है बल्‍क‍ि दुनिया को भी बताता है कि पूरी दुनिया एक परिवार जैसा है।

-आज दुनिया भारत की ओर गहरे विश्‍वास के साथ देख रहा है। ये आप लोग हैं, जिन्‍होंने इसमें अहम भूमिका निभाई।

-जिस देश में आप गए, वहां जिस तरह से रच बस गए, यह कमाल का है। मैं आप सबको दिल से धन्‍यवाद देता हूं।

-मैं सिंगापुर के संस्‍थापक ली कुआन यू को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए आया हूं।

-दीपावली का पर्व अभी अभी गया, लेकिन मुझे बताया गया है कि लि‍टल इंडिया ने सेलिब्रेशन एक्‍सटेंड कर दिया।