केरल के कोच्चि शहर में अधिकारियों ने शुक्रवार को चल रहे कोच्चि कार्निवल में एक नाटक के मंचन पर प्रतिबंध लगा दिया। भाजपा ने इस नाटक को लेकर आरोप लगाया था कि इसके टाइटल ने संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों का अपमान किया है। नाटक गावर्नरम थोपियुम जिसका अनुवाद ‘गवर्नर एंड हिज हैट’ है। केरल में होने वाला नाटक जर्मन नाटक ‘विलियम टेल’ का मलयालम रूपांतरण है। इस नाटक का मंचन शुक्रवार रात को होने वाला था।

नाटक में एक राज्य के ‘तानाशाह गवर्नर’ को दर्शाया गया है जो शहर में एक टोपी रखता है और लोगों को उसके प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए उसे झुकने का आदेश देता है। राज्यपाल अपने आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए गार्ड तैनात करता है और जो ऐसा करने में विफल रहता है उसे दंडित किया जाता है।

कुछ घंटे पहले जारी एक आदेश में फोर्ट कोच्चि सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट मीरा के ने कार्निवल के आयोजकों से कहा कि नाटक का नाम बदला जाना चाहिए और इसके किसी भी संवाद में गवर्नर का कोई उल्लेख नहीं होना चाहिए। आदेश में कहा गया है कि नाटक में कुछ भी राज्य या केंद्र सरकार में संवैधानिक पद पर बैठे किसी व्यक्ति की नकल या संदर्भ नहीं होना चाहिए। शिकायत बीजेपी मट्टनचेरी मंडल समिति के नेता शिवकुमार कामथ ने दर्ज कराई थी।

फोर्ट कोच्चि में प्रस्तावित शो के आयोजन स्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस मौजूद होने के कारण कार्निवल के आयोजक NATAK (Network of Artistic Theatre Activists Kerala) ने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नाटक का मंचन नहीं किया। हालांकि प्रतिबंध को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उल्लंघन बताते हुए NATAK राज्य समिति के सदस्य शब्बू माधवन ने कहा कि इसका राज्य के राज्यपाल (आरिफ मोहम्मद खान) से कोई लेना-देना नहीं है।

शब्बू माधवन ने कहा, “उपविभागीय मजिस्ट्रेट ने नाटक की सामग्री पर ध्यान नहीं दिया। इसका राज्यपाल से कोई लेना-देना नहीं है। हो सकता है कि बीजेपी ने नाटक के शीर्षक को गलत समझा हो, जिसके कारण शिकायत हुई। अगली कार्रवाई पर निर्णय लेने के लिए NATAK की राज्य समिति शनिवार को बैठक करेगी। नाटक या उसके मंचन को छोड़ने की हमारी कोई योजना नहीं है।”