Piyush Pandey Death News: विज्ञापन जगत की दिग्गज शख्सियत पीयूष पांडे ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। 70 साल की उम्र में उनका निधन हुआ है। उनके निधन का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे, किसी संक्रमण से जूझ रहे थे। आज शुक्रवार को सुबह 11 बजे उनका अंतिम संस्कार होना है।
कौन थे पीयूष पांडे?
पीयूष पांडे को एड गुरु के रूप में जाना जाता है, उन्होंने ही साल 2014 में ‘अबकी बार मोदी सरकार’ नारा दिया था, उनकी तरफ से ही ‘मिले सुर मेरा तुम्हारा’ गाना लिखा गया था। काफी कम उम्र में ही विज्ञापन की दुनिया में पीयूष सक्रिय हो गए थे और 1982 में ओगिल्वी में शामिल होकर उन्होंने अपने करियर को नई दिशा दी थी। विज्ञापन की दुनिया में हाथ आजमाने से पहले पीयूष अपने भाई प्रसून के साथ रोजमर्रा के उत्पादों के लिए रेडियो जिंगल्स की आवाज भी दिया करते थे।
विज्ञापन की दुनिया में कैसे आए पीयूष पांडे?
पीयूष पांडे का जन्म 1955 में जयपुर में हुआ था। उनके भाई प्रसून पांडे जाने माने डायरेक्टर हैं और उनकी बहन इला अरुण ने सिंगर और अभिनेत्री के रूप में पहचान बनाई है। पीयूष के पिता एक बैंक में नौकरी किया करते थे। बताया जाता है कि एक समय पीयूष पांडे को क्रिकेट का काफी शौक था और उन्होंने कई साल तक वो खेला भी। बाद में पीयूष पांडे के करियर में टर्निंग प्वाइंट आया और उन्होंने खुद को पूरी तरह विपज्ञापन की दुनिया में झोक दिया।
पीयूष पांडे के यादगार काम
आज के समय में एशियन पेंट्स का ‘हर खुशी में रंग लाए’, कैडबरी का ‘कुछ खास है’ ऐसी टैगलाइन बन चुकी हैं कि इन्होंने इन प्रोडक्ट्स को भी अमर कर दिया है। लोगों की जुबान पर जो ये नारे चढ़े रहते हैं, इसका पूरा क्रेडिट पीयूष पांडे को जाता है। बाद में राजनीतिक विपज्ञापन ने भी पीयूष पांडे ने हाथ आजमाया और अप्रत्याशित सफलता हासिल की। जानकार तो मानते हैं कि 2014 में ‘अबकी बार मोदी सरकार’ नारे ने भी जीत में एक अहम भूमिका अदा की थी।
