पाकिस्तान के बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप पर भारतीय वायुसेना के हमले से तिलमिलाए पड़ोसी मुल्क ने अगले ही दिन भारतीय सरहदों में घुसने की कोशिश की थी। हालांकि, पाकिस्तान का यह मंसूबा कामयाब नहीं हुआ और भारतीय वायु सेना ने उनके फाइटर जेट्स को वापस लौटने के लिए मजबूर कर दिया। इस हवाई मुठभेड़ में भारत ने पाकिस्तान का एक एफ-16 लड़ाकू विमान मार गिराया। हालांकि, इस कार्रवाई में भारत को भी अपना एक मिग-21 विमान गंवाना पड़ा। इसे उड़ा रहे वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को पाक अधिकृत कश्मीर में विमान से इजेक्ट होना पड़ा। उन्हें पाक सेना ने हिरासत में ले लिया लेकिन भारत के कूटनीतिक प्रयासों के चलते उनकी सकुशल रिहाई सुनिश्चित हुई।
हालांकि, भारत और पाकिस्तान के इस मुठभेड़ से जुड़ी एक और खबर मीडिया में सामने आई। इसमें दावा किया गया कि पाकिस्तानी एफ-16 के पायलट को उनके ही देश के लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला। दरअसल, 2 मार्च को अंग्रेजी वेबसाइट फर्स्टपोस्ट में एक खबर छपी। इसके मुताबिक, नौशेरा सेक्टर में जिस पाकिस्तानी एफ-16 को मार गिराया गया, उसे पाकिस्तानी एयरफोर्स के विंग कमांडर शहजाज-उद-दीन उड़ा रहे थे। खबर के मुताबिक, शहजाज को भीड़ ने भारतीय वायुसेना का समझकर पीटकर मार डाला। इससे पहले, 1 मार्च को भी लंदन के एक वकील खालिद उमर ने यही जानकारी एक फेसबुक पोस्ट के जरिए दी थी। उमर के मुताबिक, पाकिस्तानी प्लेन शहजाज उड़ा रहे थे और उनके पिता वसीम-उद-दीन पाकिस्तानी एयरफोर्स में एयरफार्शल रहे हैं।
न्यूजलॉन्ड्री ने जब इस बारे में उमर से संपर्क किया तो उन्होंने दावा किया कि यह खबर उन्हें पाकिस्तानी एयरफोर्स के कई सूत्रों और खुद पायलट के परिवार के हवाले से मिली है। उनका यह भी दावा था कि पाकिस्तानी एयरफोर्स कभी भी इस बात को नहीं मानेगी। उमर ने बताया कि रिटायर हो चुके एयर मार्शल वसीम-उद-दीन के शहजाज समेत तीन बेटे हैं। न्यूजलॉन्ड्री ने जब तहकीकात की तो पाया कि एयर मार्शल वसीम के दो बेटे हैं। उनके नाम वकार-उद-दीन और अलीम-उद-दीन हैं और दोनों ही पाकिस्तानी एयरफोर्स में नहीं हैं। फेसबुक प्रोफाइल के हवाले से दी गई जानकारी के मुताबिक, दोनों यूके में रहते हैं। अलीम जहां रॉयल हॉलोवे, यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन में पढ़ते हैं। इससे पहले, वह टेलिनॉर जैसी कंपनी के लिए काम कर चुके हैं। वहीं, वकार वॉरविकशायर में रहते हैं। दोनों ही कभी पाकिस्तानी एयरफोर्स से नहीं जुड़े रहे। न्यूजलॉन्ड्री ने इसकी पुष्टि कई सूत्रों से करने का दावा किया।
अवॉर्ड विजेता पाकिस्तानी जर्नलिस्ट ताहा सिद्दीकी ने भी न्यूजलॉन्ड्री ने इस बात की पुष्टि की है कि यह एक फर्जी खबर थी। सिद्दीकी के मुताबिक, पाकिस्तानी एयरमार्शल के परिवार के बेहद नजदीकियों ने भी इस बात की पुष्टि की कि वसीम के दोनों बेटे जीवित हैं और देश के बाहर रह रहे हैं। सिद्दीकी पाकिस्तानी आर्मी की मीडिया सेंसरशिप की आलोचना करते रहे हैं। फिलहाल वह पेरिस में निर्वासित जीवन बिता रहे हैं। वहीं, एयर मार्शल वसीम के एक फैमिली फ्रेंड समीना रिजवान ने भी सोशल मीडिया पर इस बात की पुष्टि की कि दोनों बेटे जीवित हैं और कुशलता से हैं। उन्होंने वसीम की पत्नी को भी इस फेसबुक पोस्ट में टैग किया। इस तहकीकात से साफ संकेत मिलते हैं कि पाकिस्तानी पायलट को स्थानीय भीड़ द्वारा पीट कर मार डाले जाने की खबर फर्जी है।