संसद में मानसून सत्र का आज चौथा दिन है। गुरुवार को कोरोना वायरस पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में शिवसेना के सांसद संजय राउत ने केंद्र सरकार पर तंज़ कसते हुए एक भाभीजी पापड़ का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना से कई लोग ठीक हो चुके हैं, क्या वो भाभी जी पापड़ खाकर ठीक हुए हैं।
बुधवार को बीजेपी सांसद विनय सहस्रबुद्धे ने महाराष्ट्र में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा था। राउत ने कहा “मैं सदन के सदस्यों से पूछना चाहता हूं कि कोरोना से अब तक जो लोग ठीक हुए हैं क्या वो भाभी जी पापड़ खाकर ठीक हुए हैं। ये राजनीतिक लड़ाई नहीं है, ये लोगों की जिंदगी बचाने की लड़ाई है।” राउत ने अपने परीवार का जिक्र करते हुए कहा कि मेरी मां और छोटा भाई जो एक विधायक है, वे कोरोना से लड़ रहे हैं।
शिवसेना संसद ने धारावी कि चर्चा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में अब तक कई लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। धारावी में आज स्थिति नियंत्रण में है। राउत ने कहा “कोरोना से लड़ने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों का पालन किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी बीएमसी की तारीफ की है।”
राउत ने केंद्र सरकार और पीएम केयर फ़ंड पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने 1 सितंबर से पीपीई किट, मास्क और अन्य सामग्रियों के लिए पैसा रोक दिया है। महाराष्ट्र सरकार को अब प्रतिदिन 50 करोड़ खर्च करने होंगे। पीएम केअर्स फंड राज्यों के लिए नहीं है क्या।
संजय राउत यहीं नहीं रुके, उन्होंने देश की खस्ता आर्थिक स्थिति पर भी तंज कसा. राउत ने सरकार से मांग की कि वह लाभकारी एवं राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट का निजीकरण नहीं करे। उन्होंने शून्यकाल में जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) के निजीकरण का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी व कोविड—19 महामारी के कारण देश की आर्थिक व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है. हमारी जीडीपी और हमारा रिजर्व बैंक भी खस्ताहाल हो गया है।