उमर अब्दुल्ला ने आज जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा राज्यपाल एन एन बोहरा को सौंप दिया और संकेत दिया कि राज्य में सरकार गठन में नेशनल कांफ्रेंस भूमिका निभा सकता है। राज्य में चुनाव के बाद त्रिशंकु विधानसभा का चित्र उभरा है।

नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के नेता ने कहा कि सरकार बनाने का दायित्व मुख्य रूप से भाजपा और पीडीपी का बनता है और उनकी पार्टी ‘देखो और इंतजार करो’ का रुख अपनायेगी। उन्होंने याद दिलाया कि साल 2002 में नेशनल कांफ्रेंस के पास 28 विधायक थे लेकिन उसने पहले दिन से सरकार गठन से अलग रहने का रुख अपनाया था।
उमर ने कहा, ‘‘ तब 16 विधायकों के साथ मुफ्ति सईद के लिए सरकार बनाना काफी आसान हो गया था। आज मैं दूसरे दलों के लिए सरकार गठन आसान बनाने की मन:स्थिति में नहीं हूं। देखिए क्या होता है।’’

राज्यपाल एन एन बोहरा को इस्तीफा सौंपने के बाद उमर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ सरकार बनाने का दायित्व पीडीपी और भाजपा का है। देखते हैं कि वे क्या करते हैं।’’
उमर ने कहा कि सरकार गठन के बारे में नेशनल कांफ्रेस की किसी के साथ कोई बातचीत नहीं हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे लिये किसी को सत्ता में लाने या बाहर रखने का कोई कारण नहीं है। जैसा कि मैं कल से ही कह रहा हूं कि सरकार बनाना या सरकार बनाने में मदद करना नेशनल कांफ्रेंस का दायित्व नहीं है।’’

उमर ने अपने ट्वीट में भी यह संकेत दिया जब उन्होंने कहा था, ‘‘ साल 2002 में मुफ्ती (मोहम्मद सईद) जब मुख्यमंत्री बने थे तब उनके साथ 16 विधायक थे और नेशनल कांफ्रेंस 28 विधायकों के साथ विपक्ष में बैठी थी। इसलिए माफ करें, मैं किसी को खुले में खेलने का अवसर नहीं दूंगा।’’

गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर चुनाव में पीडीपी 28 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है लेकिन 87 सदस्यीय राज्य विधानसभा में वह 44 सीटों के जादुई अंक से पीछे है। भाजपा 25 सीटें जीतकर दूसरे स्थान पर आई है। नेशनल कांफ्रेंस के खाते में 15 सीटें आई हैं और कांग्रेस को 12 सीटों पर जीत हासिल हुई है।

उमर ने पीडीपी पर चुटकी लेते हुए कहा कि वह अपनी पार्टी के प्रदर्शन से खुश है जबकि इस प्रदर्शन से पीडीपी पराजित महसूस कर रही होगी। उमर ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘ नेशनल कांफ्रेंस के पास 15 और दो निर्दलीय हैं और हम काफी खुश हैं। पीडीपी के पास 28 सीटें हैं और मुफ्ती साहब ऐसे नहीं दिखते। स्पष्ट है कि जितना आपको मिलता है, आप उतना और चाहते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ उम्मीदें इतनी बढ़ गई और वहां तक पहुंच गई कि 17 सीट प्राप्त करने वाला विजेता और 28 सीट प्राप्त करने वाला पराजित महसूस कर रहा है।’’