पंजाब पुलिस ने बीएसफ की 52वीं बटालियन के हवलदार अनिल भगत को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इंटेलिजेंस एजेंसियां इस पर पिछले एक महीने से नजर रखे हुई थीं। बताया जा रहा है कि आरोपी अनिल भगत काफी समय से खुफिया जानकारियां पाकिस्तान भेज रहा था। कई दिनों से उसका मोबाइल सर्विलांस पर था। इस दौरान अनिल भगत ने कई बार पाकिस्तानी एजेंटों के साथ बातचीत की। एजेंसियों ने बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया है।
आपको बता दें कि जोधपुर और जैसलमेर जिले में पिछले एक महीने के भीतर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में चार लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है। इनमें दो पूर्व सैनिक भी शामिल हैं। पुलिस सूत्रों ने भी माना है कि पाकिस्तान की इंटेलिजेंस एजेंसी आईएसआई ने यहां नेटवर्क खड़ा कर लिया है।
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खबर यह भी है कि अनिल भगत के ड्रग तस्कारों की मदद करता था। हाल ही में मोहाली पुलिस ने तीन तस्करों को गिरफ्तार किया था। पकड़ा गया बीएसफ जवान गुरजंट सिंह उर्फ भोलू की मदद से पाकिस्तानी तस्कर इम्तियाज के संपर्क में आया था। गुरजंट की इम्तियाज से मुलाकात थाईलैंड में हुई थी। आरोप है कि बीएसफ जवान हेरोइन व हथियार बॉर्डर पार कराने में गुरजंट की मदद करता था। वह सरहद की तार के नीचे खेत में हेरोइन फेंक देता था। गुरजंट ने बताया कि उसका गैंग अनिल भगत की मदद से अब तक 70-80 किलो हेरोइन पाक से पंजाब ला चुके हैं।
हाल ही में पठानकोट एयरफोर्स बेस पर आतंकी हमला हुआ था। सुरक्षाबलों के साथ आतंकियों की मुठभेड़ के बीच ही पंजाब पुलिस ने तीन तस्करों को पकड़ा था। ऐसे में संभावना इस बात की भी जताई जा रही है कि कहीं, अनिल भगत और इन तस्करों ने मिलकर तो आतंकियों को हथियार नहीं पहुंचाए थे?
रंजीत केके से जुड़े एयर फोर्स के दो कर्मचारियों के तार?
हमले की जांच कर रही एनआईए ने एयरफोर्स के दो कर्मचारी को हिरासत में लिया है। हमले की जांच कर रहीं एनआईए ने एयरफोर्स के दो सर्विसमैन को पूछताछ के लिए गुरुवार रात हिरासत में लिया था। जांच में सामने आया है कि ये दोनों दो मोबाइल सिम का इस्तेमाल कर रहे थे। सूत्रों के मुताबिक, जिन दो लोगों को हिरासत में लिया गया है, उनके कॉल रिकॉर्ड चेक किए गए थे। इसमें सामने आया कि ये दोनों जासूसी मामले में गिरफ्तार एयरफोर्स के पूर्व टेक्निशियन रंजीत केके. के संपर्क में थे। रंजीत को 28 दिसंबर को आईएसआई के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
लाइट्स के साथ छेड़छाड़
‘इंडियन एक्सप्रेस’ को दो अलग-अलग सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पठानकोट एयर फोर्स बेस की 11 फुट ऊंची दीवार फांदकर आतंकी जिस रात बेस में घुसे थे, उस दिन तीन फ्लड लाइट्स काम नहीं कर रही थीं। सूत्रों के मुताबिक, लाइट्स की दिशा भी दीवार की ओर नहीं थी। उनका डायरेक्शन बदला हुआ था। दीवार की ओर लाइट्स का जो “Y” एंगल होना चाहिए था, वो नहीं था। इसके अलावा वायर भी कटी हुई थी। जांच टीम को स्पॉट से एक कैप और दो ग्लव्स भी मिले हैं।