योग गुरू रामदेव ने शनिवार को कहा कि भारत को पाकिस्तान से वार्ता करनी चाहिए लेकिन अपनी जमीन पर हो रहे आतंकवादी हमलों का कड़ा जवाब भी देना चाहिए। रामदेव ने यहां कहा, ‘‘मोदी जी को पाकिस्तान को ‘ईंट का जवाब पत्थर’ से देना चाहिए। अगर वे हमारे दो लोगों की हत्या करते हैं तो उनके दस लोगों की हत्या की जानी चाहिए, साथ ही शांति वार्ता जारी रहनी चाहिए। हमें शांति का मार्ग अपनाने और बड़े दिल के साथ ही बहादुरी भी दिखानी चाहिए।’’

रामदेव ने आगे कहा, ”कोई भी ताकतवर मुल्‍क प्रोटेक्‍शन की स्‍थ‍िति में नहीं रहता। भारत दुनिया का एक बहुत ही ताकतवर मुल्‍क है और इसको पाकिस्‍तान के संदर्भ में प्रोटेक्‍शन की कंडीशन में नहीं अटैक के मुद्रा में होना चाहिए तभी हम आपको प्रोटेक्‍ट कर पाएंगे। पाकिस्‍तान के सामने हम सबूत पेश करें, यह तो बुजदिली है। पाकिस्‍तान को ऐसा सबक सिखाएं कि वो सबूत मांगना भूल जाए। वहां जो उनके यहां आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप चलते हैं, उनको जाकर ध्‍वस्‍त करें, क्‍या दिक्‍कत है।” उन्होंने कहा कि हाल में हुई कुछ घटनाओं के कारण देश का मनोबल गिरा है और अब पाकिस्तान के खिलाफ गंभीर कार्रवाई अवश्य होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘भारत न तो कमजोर है न ही किसी से डरता है। लेकिन पिछली कुछ घटनाओं से देश का मनोबल गिरा है। पाकिस्तान के खिलाफ गंभीर कदम उठाए जाने चाहिए।’’

राम मंदिर पर भी बोले
राम मंदिर के मुद्दे पर रामदेव ने कहा कि भगवान राम देश के गौरव हैं और देश के गौरव को लेकर कोई विवाद नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘लोग भगवान राम को उदाहरण मानते हैं और वह देश के गौरव माने जाते हैं। इसलिए राम मंदिर मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए और भगवान राम को लेकर कोई विवाद नहीं होना चाहिए। हर कोई जानता है कि पैगम्बर मोहम्मद का जन्म अयोध्या में नहीं हुआ बल्कि भगवान राम वहां के थे।’’ रामदेव ने कहा कि देश में कोई असहिष्णुता नहीं है बल्कि विचारों के प्रति असहिष्णुता है।