बीच समुद्र में एक नौका को घेरने की कार्रवाई को लेकर उठ रहे सवालों के बीच रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने सोमवार को कहा कि संदिग्ध पाकिस्तानी नौका के डूबने के बारे में विस्तृत जानकारी जल्द ही जारी की जाएगी। बीती 31 दिसंबर और एक जनवरी की दरमियानी रात गुजरात तट के निकट अरब सागर में इस नौका को घेरने के बाद इसमें सवार लोगों ने विस्फोट कर नौका को नष्ट कर दिया था। ऐसा कहा गया है कि नौका को रोक कर मुंबई आतंकवादी हमले जैसी घटना टाल दी गई।
पर्रीकर ने कहा कि ‘परिस्थितिजन्य साक्ष्यों’ से यह संकेत मिलता है कि नौका पर सवार लोग ‘संदिग्ध या संभावित आतंकवादी’ थे और वे पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजंसी और सेना के संपर्क में थे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, वे विश्लेषण कर रहे हैं। दो-तीन दिनों में विश्लेषण पूरा कर लेने के बाद हम उसे जारी कर देंगे। हो सकता है कि इसमें चार दिन का समय लगे। उन्हें विश्लेषण कर लेने दीजिए और उसके बाद हम उसे जारी कर देंगे।
रक्षा मंत्री ने नौका पर सवार लोगों के तस्कर होने की बात को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि नौका पर सवार लोग संदिग्ध या संभावित आतंकी थे और वे पाकिस्तानी नौसेना अधिकारियों और फौज के संपर्क में थे। पर्रीकर ने कहा कि नौका पर सवार लोगों द्वारा उसमें आग लगाकर आत्महत्या करने वाली कार्रवाई से पता चलता है कि वे प्रतिबद्ध थे और इससे उनके संदिग्ध आतंकी होने का भी संकेत मिलता है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वे नौका पर सवार लोगों को संदिग्ध या संभावित आतंकी के मानते हैं क्योंकि उन्होंने घेरे जाने पर आत्महत्या कर ली थी। वे पाकिस्तानी नौवहन अधिकारियों, सेना और अंतरराष्ट्रीय संपर्कों के संपर्क में थे। इस आकलन की सच्चाई के बारे में सवाल पूछे जाने पर पर्रीकर ने कहा कि परिस्थितिजन्य साक्ष्यों से जो मैं कह रहा हूं , उससे यही पता चलता है।
मालूम हो कि नौका घटना के बाद 2008 के मुंबई हमले की तरह के आतंकी अभियान को नाकाम करने का दावा किया जा रहा है जिसकी सच्चाई पर उठ रहे दावों के बीच पर्रीकर ने ये टिप्पणियां की हैं। ऐसी भी खबरें हैं कि नौका तस्करी में लिप्त थी। रक्षा मंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है कि जब इस दावे पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि 2008 के मुंबई आतंकी हमले की शैली की कोशिश को विफल बना दिया गया। ऐसी भी खबरें हैं जिनमें दावा किया गया है कि नौका तस्करी में शामिल थी।
कांग्रेस ने सरकार से इस मामले में पूरी स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है जबकि सत्तारूढ़ भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह ऐसा कहकर पाकिस्तान की एक तरह से सहायता कर रही है। रक्षा मंत्रालय के एक कार्यक्रम से इतर पर्रीकर ने संवाददाताओं से कहा कि कुछ अटकलें हैं, लेकिन मैं अटकलों का हिस्सा नहीं बनना चाहता और इतना कहना चाहता हूं कि सबसे अहम बात यह है कि नौका मछली पकड़ने के सामान्य मार्ग पर नहीं थी।
उन्होंने कहा कि उस क्षेत्र में कोई अन्य नौका नहीं थी और इसलिए वह मछली पकड़ने का क्षेत्र नहीं था। तस्कर सामान्य तौर पर सोने, मादक पदार्थों और अन्य प्रतिबंधित सामान की तस्करी व्यस्त मार्गों से करते हैं, क्योंकि यहां अन्य नौकाओं के बीच छिपना आसान होता है। यह नौका निर्जन इलाके में थी और उसे निगरानी विमान ने देखा। इससे तस्करी की गतिविधि का कोई संकेत नहीं था। अन्य गतिविधि की आशंका थी। यह तय नहीं है कि किस तरह की अन्य गतिविधि थी।
उन्होंने कहा कि नौका न तो मछली पकड़ने के क्षेत्र में थी और न ही ऐसे व्यस्त मार्ग पर थी, जिसे तस्कर पसंद करते हैं और उनके कार्यों से ऐसा संकेत मिलता है कि वे किसी अन्य तरह की गतिविधि के लिए थे। हम सुनिश्चित नहीं हैं कि वह अन्य तरह की गतिविधि क्या है ।
बहरहाल, रक्षा मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया है कि नौका पर सवार लोगों ने उसमें आग लगा दी जिसके बाद वह डूब गई। नौका पर सवार लोगों के तस्कर होने की संभावना को खारिज करते हुए पर्रीकर ने कहा कि तस्कर पाकिस्तान की नौवहन एजंसी या सेना या अंतरराष्ट्रीय लोगों के संपर्क में नहीं होते हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि सेटेलाइट पर पकड़े गए संवाद से यह बात स्पष्ट हुई है कि वे नौका पर सवार कुछ लोगों के परिवार के बारे में बात कर रहे थे। एक सामान्य नौका पर अगर मादक पदार्थ होता है, तो उस पर सवार लोग, उसे फेंककर आत्मसमर्पण कर देते हैं। अगर आप प्रतिबद्ध नहीं हैं तब कोई भी अपने आप को मारता नहीं है। नौका पर सवार लोगों के कार्य इस बात की पुष्टि करते हैं।
पर्रीकर ने कहा कि हम अगर यह अटकल नहीं लगाते कि उस नौका में विस्फोटक होगा, तो भी उनके मन में कोई काम था जो इस नौका के तस्करों की नौका होने के खाके पर उपयुक्त नहीं बैठता है। कौन-सा तस्कर आत्महत्या करेगा? मैं इतना ही कहना चाहता हूं। तटरक्षकों की परिचालनात्मक प्रक्रिया स्पष्ट है। नौका की लाइटें बंद थीं और वह विस्फोटकों से लदी थी, जो अंशत: सही है। इससे तटरक्षकों को नुकसान हो सकता था।
दूसरी नौका के बारे में पूछे जाने पर पर्रीकर ने कहा कि वह पाकिस्तान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में थी। खुफिया जानकारी स्पष्ट थी और यह नौका की सटीक स्थिति के बारे में भी थी। संघर्षविराम के उल्लंघन के बारे में उन्होंने कहा कि अवांछित तत्वों को गोलीबारी की आड़ में सीमापार कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। भारत यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि आतंकवाद नहीं बढ़े या हमारे क्षेत्र में नहीं घुसपैठ करे।