राज्यसभा में वंदे मातरम और लोकसभा में SIR पर चर्चा हुई। चुनाव सुधारों पर चर्चा पर भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि चुनावी सुधारों पर चर्चा हो रही है, लेकिन कांग्रेस के दिमाग में सिर्फ SIR है। उन्होंने कहा कि अगर SIR हो जाए तो मतदाता सूची शुद्ध हो जाएगी। चुनाव सुधारों को कोई ना नहीं कहता। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राज्यसभा में बीजेपी पर हमला बोला है। खड़गे ने कहा, ““कांग्रेस ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ‘वंदे मातरम’ को नारा बनाने का काम किया। आपका इतिहास रहा है कि आप हमेशा स्वतंत्रता संग्राम और देशभक्ति गीतों के खिलाफ रहे।” उन्होंने आगे कहा, “जब महात्मा गांधी ने 1921 में असहयोग आंदोलन शुरू किया था, तब कांग्रेस के लाखों स्वतंत्रता सेनानी ‘वंदे मातरम’ का नारा लगाते हुए जेल गए थे। आप क्या कर रहे थे? आप अंग्रेजों के लिए काम कर रहे थे।”
लोकसभा में चुनावी सुधारों पर चर्चा: कांग्रेस पार्टी के सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में इलेक्शन रिफॉर्म यानी चुनाव सुधारों पर बहस की शुरुआत की है। इस दौरान उन्होंने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यहां कई सदस्यों को भारत के चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाना पड़ रहा है। पहला सुधार जो होना चाहिए, वह है चुनाव आयोग के सदस्यों के चयन को नियंत्रित करने वाले कानून में संशोधन। मेरा सुझाव है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता और भारत के मुख्य न्यायाधीश को चुनाव आयोग की समिति में जोड़ा जाना चाहिए।”
लोकसभा में बोलते हुए, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, “और 15 जून 1949 को, जब डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर ने चुनाव आयोग पर अनुच्छेद 289 का मसौदा प्रस्तुत किया, तो उस सदन के सदस्य शिब्बन लाल सक्सेना ने कहा था और मैं उद्धृत करना चाहूंगा, ‘हमारे संविधान में अविश्वास प्रस्ताव पारित होने पर विधायिका को भंग करने का प्रावधान है। इसलिए यह बहुत संभव है कि प्रांत और केंद्र में विभिन्न विधानसभाओं के चुनाव एक साथ न हों। हर बार, कहीं न कहीं कोई न कोई चुनाव होगा। हो सकता है कि शुरुआत में या पांच या दस साल बाद ऐसा न हो। लेकिन दस या बारह साल बाद, हर पल, किसी न किसी प्रांत में कोई न कोई चुनाव चल रहा होगा’इस पर चर्चा करने की आवश्यकता है क्योंकि संविधान निर्माताओं ने इसे ध्यान में रखा और कहा कि विभिन्न राज्यों में अलग-अलग समय पर चुनाव होंगे।”
टीएमसी सांसद रवींद्रनाथ टैगोर और बंकिम चंद्र चटर्जी की फोटो के साथ आए नजर
संसद में वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने पर हो रही चर्चा के बीच टीएमसी सांसद रवींद्रनाथ टैगोर और बंकिम चंद्र चटर्जी की तस्वीरों के साथ खड़े हैं।
ज्यादा बुद्धिमत्ता कभी-कभी खुद के लिए घातक बन जाती है- सपा सांसद
संसद में वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने पर चर्चा पर समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय ने कहा, “ज्यादा बुद्धिमत्ता कभी-कभी खुद के लिए घातक बन जाती है। इन लोगों को शायद याद नहीं होगा कि जब क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी थी तो उनसे कौन माफी मांग रहा था। इनका असली चेहरा सामने आ गया है। ये चुनाव दर चुनाव और झूठ दर झूठ की सरकार है।”
एनडीए संसदीय दल की मीटिंग को लेकर क्या बोले नवीन जिंदल
एनडीए संसदीय दल की बैठक पर भाजपा सांसद नवीन जिंदल ने कहा, “एनडीए संसदीय दल की बैठक में हमने संसद की कार्यवाही पर चर्चा की और प्रधानमंत्री ने हम सभी को जानकारी दी। उन्होंने सभी से अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लोगों के साथ मिलकर काम करने और उन्हें सरकारी योजनाओं, खासकर लाभांश राशि, जो लोगों को लौटाई जा रही है, के बारे में जानकारी देने को कहा।”
आज लोकसभा में चुनाव सुधारों पर चर्चा शुरू होगी- किरेन रिजिजू
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू कहते हैं, “आज लोकसभा में चुनाव सुधारों पर चर्चा शुरू होगी। राज्यसभा में वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर एक विशेष चर्चा होगी। विपक्ष के सदस्य भी बोलेंगे और सरकार को उन झूठे आख्यानों को स्पष्ट करने का अवसर मिलेगा जो गढ़े गए हैं। जनता लोकतंत्र में विश्वास रखती है, चुनाव प्रक्रिया में भाग लेती है और वोट देती है, इसलिए यह ज़रूरी है कि कोई भी झूठे आख्यानों से गुमराह न हो। इस बहस से हम अपनी बात स्पष्ट रूप से रख पाएंगे।”
लोगों का चुनाव आयोग पर भरोसा बढ़ना चाहिए- कांग्रेस सांसद
चुनाव सुधार पर चर्चा पर कांग्रेस सांसद उज्ज्वल रमन ने कहा, “चर्चा के दौरान हम सकारात्मक सुझाव देंगे। लोगों का चुनाव आयोग पर भरोसा बढ़ना चाहिए।”
अविश्वास का माहौल नहीं होना चाहिए- मनोज झा
वंदे मातरम’ की 150वीं वर्षगांठ पर संसद में हुई विशेष चर्चा पर बोलते हुए, राजद नेता मनोज झा ने कहा, “मेरा मानना है कि अगर आपको कोई गीत याद है, अगर आप उसकी 150वीं वर्षगांठ मनाते हैं, तो इस बात का भी मूल्यांकन होना चाहिए कि हम बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय की राष्ट्र की अवधारणा से कितने दूर चले गए हैं। राष्ट्र और राष्ट्र की अवधारणा ‘भय’ शब्द के आधार पर स्थापित नहीं हो सकती, अविश्वास का माहौल नहीं होना चाहिए; हमें इसे उसी संदर्भ में देखना चाहिए।”
वंदे मातरम राष्ट्रसेवा और देश प्रेम का प्रतीक- प्रियंका चतुर्वेदी
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ‘वंदे मातरम’ पर बहस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के लोकसभा भाषण पर कहा, “वही वंदे मातरम, जिसने कभी देश को एकजुट किया था और जिसके लिए लाखों लोगों ने स्वतंत्रता संग्राम में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था, आज फिर से विभाजन पैदा करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। झूठे दावे फैलाए जा रहे हैं, जिसमें इस गीत का ध्रुवीकरण करने की कोशिशें भी शामिल हैं। विपक्ष उन झूठे दावों को उजागर करने और जनता के सामने सच्चाई लाने में सफल रहा है। वंदे मातरम राष्ट्रसेवा और देश प्रेम का प्रतीक है।”
सुधारों का मतलब सिर्फ आर्थिक सुधार या वित्तीय सुधार नहीं- किरेन रिजिजू
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “(बिहार) चुनावों में जीत के लिए प्रधानमंत्री को माला पहनाकर सम्मानित किया गया। उन्होंने सभी एनडीए सांसदों को देश, अपने निर्वाचन क्षेत्रों और अपने राज्यों के लिए क्या करना चाहिए, इस पर बेहतरीन दिशा-निर्देश और मार्गदर्शन दिया। मैं एक बात का विशेष रूप से उल्लेख करना चाहूंगा। प्रधानमंत्री ने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए सुधारों पर बहुत ज़ोर दिया है। सुधारों का मतलब सिर्फ आर्थिक सुधार या वित्तीय सुधार नहीं है। उनका मतलब देश के आम लोगों के जीवन को आसान और आरामदायक बनाने के लिए सुधार करना था। हर क्षेत्र में सुधार। इसलिए, उन्होंने हमें बहुत अच्छे दिशानिर्देश दिए हैं।”
ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमंडल संसद पहुंचा
ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमंडल संसद पहुंचा है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उनका स्वागत किया।
आज राज्यसभा में वंदे मातरम पर चर्चा होगी- सीपीआई सांसद
राज्यसभा में वंदे मातरम पर बहस पर CPI सांसद पी. संदोष कुमार ने कहा, “आज राज्यसभा में वंदे मातरम पर चर्चा होगी। यह सब जवाहरलाल नेहरू और भारत के स्वतंत्रता आंदोलन पर हमला करने की योजना है। इस प्रकार के आंदोलनों का पूरा इरादा कुछ भी नहीं है। प्रधानमंत्री या गृह मंत्री के भाषण शुरू करने से पहले ही हम भाषण की सामग्री को आसानी से समझ सकते हैं।”
Parliament Session LIVE: देश के बच्चों और जनता के सामने सही इतिहास रखना जरूरी- प्रियंका चतुर्वेदी
शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने संसद में ‘वंदे मातरम’ के 150 साल पूरे होने पर विशेष चर्चा पर कहा, “मैंने सुबह इस पर होने वाले चर्चा का स्वागत किया था और मैंने ये भी कहा था इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। एक व्यापक चर्चा होनी चाहिए कि आनी वाली पीढ़ियां उसका मतलब समझे और जाने और जो देश की आत्मा को जोड़ता है देश के इतिहास में उसका एक गौरवशाली योगदान रहा है देश की इतिहास में सबको एकजुट करने का काम करके हमने अंग्रेजो को बाहर निकाला है उस पर चर्चा होनी चाहिए लेकिन शुरुआत बंगाली से हुई उससे पता चल गया था कि किस आधार पर ये चर्चा हो रही है। पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की गरिमा को इन्होंने बहुत धुमिल करने की कोशिश की है। लेकिन देश का इतिहास गवाह है कि पंडित जवाहरलाल नेहरू जी देश के मॉडर्न इंडिया मेकर कहलाए जाएंगे जिन्होंने देश का उस समय नेतृत्व किया जब देश सबसे संवेदनशील पड़ाव पर था। देश के बच्चों और जनता के सामने सही इतिहास रखना जरूरी है।”
Parliament Session LIVE: पप्पू यादव ने बीजेपी पर साधा निशाना
पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर लोकसभा में संबोधन पर कहा, “इन्होंने 53 सालों तक राष्ट्रीय झंडा(तिरंगा) नहीं लगाया था। आज INDIGO पर चर्चा होनी चाहिए या वंदे मातरम् पर चर्चा होनी चाहिए? वंदे मातरम् मेरे खून और विचारों में है। ये लोग भविष्य की चिंता क्यों नहीं करते हैं कि आखिर भारत कहां जाएगा?”
Parliament Session LIVE: वंदे मातरम सिर्फ़ बंगाल तक ही सीमित नहीं था- राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “वंदे मातरम सिर्फ़ बंगाल तक ही सीमित नहीं था। यह पूरे भारत में, उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम तक फैल गया। पंजाब, तमिलनाडु और बॉम्बे प्रेसीडेंसी में भी लोगों ने वंदे मातरम का नारा लगाना शुरू कर दिया। यह सिर्फ़ भारत में ही नहीं था देश के बाहर भी, वंदे मातरम विदेश में रहने वाले भारतीयों के लिए एक मंत्र की तरह था। भारतीय जहां भी थे, लंदन, पेरिस, जिनेवा, कनाडा, वे वंदे मातरम का नारा लगाते रहे।”
Parliament Session LIVE: कई बार नेता प्रतिपक्ष बोलते हैं और प्रधानमंत्री उन्हें सुनते हैं- भाजपा सांसद जगदंबिका पाल
भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर लोकसभा में संबोधन पर कहा, “आजादी की लड़ाई में वंदे मातरम् ने लोगों को एक सुर में पिरोया था। ऐसी चर्चा(प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर लोकसभा में संबोधन) में नेता प्रतिपक्ष(राहुल गांधी) की एक मर्यादा होती है। कई बार नेता प्रतिपक्ष बोलते हैं और प्रधानमंत्री मोदी उन्हें सुनते हैं। जब वंदे मातरम् को 100 साल पूरे हुए थे, उस समय कांग्रेस की सरकार थी और तब वंदे मातरम् पर चर्चा भी नहीं हुई थी लेकिन इस बार 150 साल पूरे होने पर इस बार चर्चा हुई।”
वंदे मातरम के साथ जो न्याय होना चाहिए था, नहीं हुआ- राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि आज जब हम राष्ट्रीय गीत की 150 वर्ष की गौरवशाली यात्रा का उत्सव मना रहे हैं तो यह सच स्वीकार करना होगा कि वंदे मातरम के साथ जो न्याय होना चाहिए था, नहीं हुआ।
Parliament Session LIVE: प्रधानमंत्री थोड़ा लंबा भाषण देते हैं, लेकिन अच्छा भाषण देते हैं- प्रियंका
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने कहा कि वंदे मातरम पर चर्चा की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी जी ने की लेकिन उन्होंने भाषण अच्छा दिया। प्रियंका गांधी ने कहा कि इसको कहने में कोई झिझक नहीं है कि प्रधानमंत्री थोड़ा लंबा भाषण देते हैं, लेकिन अच्छा भाषण देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि वह भाषण अच्छा देते हैं लेकिन तथ्यों के मामले में कमजोर पड़ जाते हैं। मैं तो नई-नई हूं, कलाकार तो हूं नहीं।
Parliament Session LIVE: भाजपा के समय में वंदे मातरम का सिर्फ़ सम्मान हुआ- देवेंद्र फडणवीस
संसद में वंदे मातरम पर चर्चा पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “वंदे मातरम सिर्फ़ एक गाना नहीं है, यह भारत की स्वतंत्रता का मंत्र है। इसके 150 साल पूरे होने के बाद संसद में इस पर चर्चा होना जरूरी है और मुझे बहुत खुशी है कि इस पर चर्चा चल रही है। अगले अधिवेशन में हमारे अध्यक्ष ने कहा है कि वंदे मातरम पर हमारे विधानसभा में भी चर्चा होगी। वंदे मातरम पर कभी बैन नहीं लगा। इसे किसी भी तरह के नुकसान या क्षति के लिए कांग्रेस ज़िम्मेदार है। कांग्रेस ने खुद एक प्रस्ताव पास करके वंदे मातरम को काट दिया और कहा कि इसका सिर्फ़ आधा हिस्सा ही गाया जाएगा। भाजपा के समय में वंदे मातरम का सिर्फ़ सम्मान हुआ है।”
Parliament Session LIVE: भाजपा सांसद बसवराज बोम्मई ने कांग्रेस को घेरा
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा सांसद बसवराज बोम्मई ने कहा, “सच्चाई यह है कि कलकत्ता में नेहरू के कांग्रेस प्रस्ताव में वंदे मातरम के कुछ छंद बदल दिए गए थे। तो यह एक तथ्य है। आप सच्चाई से भाग नहीं सकते। नेहरू ने हिंदुस्तान, भारत और इंडिया के हितों से समझौता किया। इसीलिए न केवल वंदे मातरम में, बल्कि देश में भी विभाजन है। यह विभाजन जारी रहा है, और इसीलिए हम देख सकते हैं कि आज कांग्रेस में इतना विभाजन है। इसीलिए वे इसकी कीमत चुका रहे हैं।”
Parliament Session LIVE: मनोज तिवारी क्या बोले?
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, “प्रधानमंत्री का वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर चर्चा की शुरूआत करना इस देश की आंखे खोलने वाला है, जब उन्होंने बताया कि किस प्रकार कांग्रेस ने मुस्लिम लीग के विरोध के बाद वंदे मातरम् पर समझौता कर दिया, इसके टुकड़े कर दिए
Parliament Session LIVE: कंगना का कांग्रेस पर वार
भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा, “यह सब जानते हैं कि कांग्रेस महिला विरोधी है, वे महिलाओं के लिए अपशब्द बोलते रहते हैं… कांग्रेस की महिला विरोधी सोच रही है इसलिए उनका सूपड़ा साफ हुआ है
Parliament Session LIVE: प्रमोद तिवारी का सरकार पर वार
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने लोकसभा में वंदे मातरम पर बहस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के भाषण पर कहा, “प्रधानमंत्री एक जवाब दे दें, जब देश की आज़ादी की लड़ाई पंडित जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी के नेतृत्व में लड़ी जा रही थी, अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा दिया गया था तब आपकी मातृ संस्था RSS अंग्रेजों की फौज में भर्ती होने, अंग्रेजों का साथ देने को क्यों कह रही थी?”
Parliament Session LIVE: रंजीत रंजन का सरकार से सवाल
कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने लोकसभा में वंदे मातरम पर बहस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के भाषण पर कहा, “क्या संसद में हम प्राचीन इतिहास पढ़ने आए हैं? अगर इस इतिहास से प्रदुषण कम होता है तो इतिहास पढ़ाइए
Parliament Session LIVE: अखिलेश यादव का संबोधन
लोकसभा में ‘वंदे मातरम’ के 150 साल पूरे होने पर बहस के दौरान समाजवादी पार्टी सांसद अखिलेश यादव ने कहा, “वंदे मातरम ने देश को एक किया और आज़ादी की लड़ाई में जान डाली…सत्ता पक्ष हमेशा सब कुछ अपना बनाना चाहता है
Parliament Session LIVE: पीएम मोदी ने बताया महिलाओं का योगदान
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश के आजादी के आंदोलन में सैकड़ों महिलाओं ने नेतृत्व किया और अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। बारिसाल में वंदे मातरम् गाने पर सबसे अधिक जुर्माने लगाए गए थे। बारिसाल, आज भारत का हिस्सा नहीं रहा है, लेकिन उस समय बारिसाल में भारत की वीरांगनाओं ने वंदे मातरम् पर लगे प्रतिबंध के विरोध में बड़ा और लंबा प्रदर्शन किया। बारिसाल की एक वीरांगना, श्रीमती सरोजिनी बोस ने उस दौर में यह संकल्प लिया था कि जब तक वंदे मातरम् पर लगा प्रतिबंध नहीं हटता, तब तक वे अपनी चूड़ियां नहीं पहनेंगी।
Parliament Session LIVE: पीएम मोदी ने किया मास्टर सूर्यसेन का जिक्र
पीएम मोदी ने बोला कि चटगांव की स्वराज क्रांति में जिन युवाओं ने अंग्रेजों को चुनौती दी, वो भी इतिहास के चमकते हुए नाम थे। मास्टर सूर्यसेन को 1934 में जब फांसी दी गई तब उन्होंने अपने साथियों को एक पत्र लिखा और पत्र में एक ही शब्द की गूंज थी और वह शब्द था, वंदे मातरम।
Parliament Session LIVE: पीएम ने किया महानायकों का जिक्र
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे जांबाज सपूत बिना किसी डर के फांसी के तख्त पर चढ़ जाते थे और आखिरी सांस तक वंदे मातरम् कहते थे। खुदीराम बोस, अशफ़ाक उल्ला ख़ान, राम प्रसाद बिस्मिल, रोशन सिंह, राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी… हमारे अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों ने वंदे मातरम् कहते हुए फांसी को चूम लिया। यह अलग-अलग जेलों में होता था, लेकिन सबका एक ही मंत्र था, वंदे मातरम।
Parliament Session LIVE: पीएम ने बताए वंदे मातरम के पड़ाव
पीएम मोदी ने कहा कि वंदे मातरम् की 150 वर्ष की यात्रा अनेक पड़ावों से गुजरी है, लेकिन जब वंदे मातरम् के 50 वर्ष हुए, तब देश गुलामी में जीने के लिए मजबूर था। जब वंदे मातरम् के 100 वर्ष हुए, तब देश आपातकाल की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, और जब वंदे मातरम् का अत्यंत उत्तम पर्व होना चाहिए था, तब भारत के संविधान का गला घोंट दिया गया था। जब वंदे मातरम् के 100 वर्ष हुए, तब देशभक्ति के लिए जीने-मरने वाले लोगों को जेल की सलाखों के पीछे बंद कर दिया गया था। जिस वंदे मातरम् के गीत ने देश को आजादी की ऊर्जा दी थी, उसके 100 वर्ष पूरे होने पर हमारे इतिहास का एक काला कालखंड दुर्भाग्य से उजागर हो गया।
Parliament Session LIVE: पीएम मोदी ने बताई वंदे मातरम की अहमियत
पीएम मोदी ने कहा कि जिस मंत्र ने, जिस जयघोष ने देश के आज़ादी के आंदोलन को ऊर्जा और प्रेरणा दी थी, त्याग और तपस्या का मार्ग दिखाया था, उस वंदे मातरम् का पुण्य स्मरण करना इस सदन में हम सबका बहुत बड़ा सौभाग्य है। हमारे लिए यह गर्व की बात है कि वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं और हम सभी इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बन रहे हैं।
Parliament Session LIVE: पीएम मोदी का संबोधन शुरू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंदे मातरम पर अपनी चर्चा शुरू कर दी है। पीएम ने इसे एक ऐतिहासिक पल बताया है। उन्होंने जोर देकर कहा है कि आज कोई पक्ष-विपक्ष नहीं है।
Parliament Session LIVE: इंडिगो संकट पर होगी चर्चा
दोपहर में 12 बजे आज लोकसभा में इंडिगो संकट पर चर्चा होनी है। इसके लिए भी एक तय समय निर्धारित कर दिया गया है। विपक्ष लगातार इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर है।
