आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान को संसद की सुरक्षा के खिलवाड़ करने का दोषी पाया गया है। कमेटी ने मान को संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र से निलंबित करने की सिफारिश की गई है। सदन में शुक्रवार को इस पर प्रस्ताव लाकर फैसला किया जाएगा। कमेटी ने इस मामले की रिपोर्ट गुरुवार को सदन के सामने रखी हैं। बता दें, सांसद मान ने जुलाई महीने में संसद के अंदर से फेसबुक पर लाइव किया था। इसके बाद 22 जुलाई को भगवंत मान ने इस मामले में बिना शर्त माफी मांग ली थी। लेकिन मामला यहां तक ही शांत नहीं हुआ। मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई।
इस कमेटी का अध्यक्ष किरीट सोमैया को बनाया गया था। सोमैया के अलावा, पैनल में भाजपा के दो सदस्य- मीनाक्षी लेखी और सत्यपाल सिंह भी थे। अन्य सदस्य आनंदराव अडसुल (शिवसेना), बी महताब (बीजद), रत्ना डे (तृणमूल), थोटा नरसिम्हन (तेदेपा), के सी वेणुगोपाल (कांग्रेस) और पी वेणुगोपाल (अन्नाद्रमुक) हैं। बता दें अगस्त महीने में कमेटी की अवधि बढ़ाई गई थी। कमेटी को 18 अगस्त को अपनी रिपोर्ट देनी थी। समिति को भगवंत मान के आचरण और संसद एवं उसके भीतर की यात्रा का सीधा प्रसारण दिखाने के उनके कृत्य की जांच का काम सौंपा गया था। इसके साथ ही समिति सुरक्षा पर पड़ने वाले गंभीर प्रभावों की जांच की और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए उपाय भी बताए हैं।
आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान वीडियो बनाते हुए जिस द्वार से होकर उच्च सुरक्षा क्षेत्र में दाखिल हुए थे, पैनल ने उस द्वार पर तैनात सुरक्षाकर्मियों की पिछले सप्ताह बात सुनी थी। इन सुरक्षाकर्मियों को बुलाने के पीछे का उद्देश्य यह पता लगाना था कि सुरक्षा तंत्र में कहीं किसी किस्म की खामी तो नहीं थी और जिस दिन आप सांसद परिसर में घुसे थे, उस दिन असल में हुआ क्या था?
