तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ’ब्रायन को मौजूदा मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। राज्यसभा में आज सभापति जगदीप धनखड़ और टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन के बीच तीखी नोकझोंक हो गई थी। सदन के नेता पीयूष गोयल ने सदन की कार्यवाही में लगातार बाधा डालने सभापति का अनादर करने के मामले में उनके निलंबन के लिए एक प्रस्ताव पेश किया था।

क्यों डेरेक ओ’ब्रायन सस्पेंड किए गए?

राज्यसभा में आज के दिन की शुरुआत भी मणिपुर हिंसा को लेकर हंगामे के साथ हुई। जब विपक्ष ने मणिपुर पर चर्चा के लिए सभापति जगदीप धनखड़ से अपील की तो सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा, “मैं देखूंगा कि गृह मंत्री कहां हैं। यदि वे (विपक्ष) सहमत होते हैं, तो हम मामले को दोपहर के लिए सूचीबद्ध कर सकते हैं और चर्चा शुरू कर सकते हैं।

ओ’ब्रायन ने प्रश्न उठाते हुए कहा, “हमें संवाद करने की जरूरत है, हम मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार हैं लेकिन उस तरह से नहीं जिस तरह सरकार चाहती है।”

इसपर जगदीप धनखड़ ने हस्तक्षेप करते हुए कहा, “मैं सदन को सूचित कर दूं कि यदि कोई सदस्य व्यवस्था का प्रश्न उठाना चाहता है, लेकिन कोई मुद्दा नहीं उठाता है तो मुझे कड़ा निर्णय लेना होगा, हमें अपना संयम बनाए रखने की जरूरत है, व्यवस्था का प्रश्न उठाएँ, उस पर भाषण न दें।”

सभापति ने आगे कहा, “आप उठेंगे आप व्यवस्था का प्रश्न नहीं उठाएंगे, आप मेरे फैसले का इंतजार नहीं करेंगे और आप जगह घेर लेंगे… ऐसा नहीं किया जा सकता। मुझे बताएं कि आप किस नियम के तहत प्वाइंट ऑफ ऑर्डर उठा रहे हैं।” इस पर डेरेन ने जवाब दिया, ‘रूल पेज 92 पर है… रूल 267 है विपक्ष के नेता लगातार मणिपुर पर चर्चा के लिए कह रहे हैं।’

यह कहते हुए ब्रायन चीखने लगे जिसके बाद सभापति ने उन्हें सस्पेंड कर दिया। धनखड़ ने पलटवार करते हुए कहा, “अपनी सीट लीजिए… मैं श्री डेरेक ओ ब्रायन को सदन छोड़ने के लिए कहता हूं।” इसके बाद ओ’ब्रायन को निलंबित कर दिया गया।