संसद का मानसून सत्र शुरू हो गया है। मानसून सत्र में मणिपुर हिंसा और बुधवार रात सामने आई वीडियो को लेकर हंगामे के आसार है। गुरुवार को संसद सत्र शुरू होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने इस घटना को शर्मसार करने वाला बताया है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस वीडियो पर गुस्सा जताया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने का जो वीडियो सामने आया है वो वास्तव में परेशान करने वाला है। मणिपुर वीडियो को लेकर CJI ने सरकार को एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं। CJI ने कहा कि जो वीडियो सामने आए हैं उससे हम बेहद परेशान हैं। अगर सरकार कार्रवाई नहीं करेगी तो हम करेंगे। इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि मानसून सत्र में 31 विधेयक लाए जाएंगे। देश और दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ें जनसत्ता.कॉम।
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मणिपुर का दौरा करने के संबंध में अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत कर रही हूं। हमारे देश की माताएं, बहनें विलाप कर रही हैं।- ममता बनर्जी
BJP नेता पीयूष गोयल ने कहा कि जब सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि वह मणिपुर की घटनाओं पर सदन में चर्चा के लिए तैयार है, इसके बावजूद कांग्रेस और बाकी विपक्षी दल सदन नहीं चलने दे रहे हैं। मणिपुर पर हम भी बहुत संवेदनशीलता से चर्चा कराना चाहते हैं। सरकार तैयार है।
मानसून सत्र का पहला दिन हंगामे की भेंट चढ़ जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विपक्ष पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि नियमों की आड़ लेकर वह चर्चा से भाग रहा है। संसद भवन परिसर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा,‘‘आज सदन की कार्यवाही और कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में विपक्ष का रवैया देखकर ये स्पष्ट हो जाता है कि वो मन बनाकर आए हैं कि सदन की कार्यवाही नहीं चलने देंगे।’’
पुलिस सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, वीडियो में हरे रंग की टी-शर्ट पहने दिखाई दे रहा शख्स गिरफ्तार कर लिया गया है। इसका नाम Huirem Herodas Meitei है और वो 32 साल है है।
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने गुरुवार को कहा कि भाजपा ने मणिपुर में इंसानियत की जगह हैवानियत का निर्माण किया, इसका पूरा दोष PM मोदी को जाता है। राहुल गांधी ने वहां जाकर लोगों को प्यार का संदेश दिया लेकिन वहां भाजपा की सरकार है और उन्होंने इंसानियत की जगह हैवानियत बनाकर रखी है। हम मांग करेंगे कि नरेंद्र मोदी को इस्तीफा देना चाहिए क्योंकि जब मणिपुर जल रहा था तब वे इस पर कुछ बोलने को तैयार नहीं थे और बाहर घुम रहे थे।
राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने कहा कि मुझे बहुत बुरा लगा। मैं पूरा वीडियो नहीं देख पायी। मुझे बहुत शर्म आयी।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार के लिए महिलाओं की सुरक्षा से बढ़कर कुछ भी नहीं है। गहलोत ने ट्वीट किया,‘‘हमारे लिए महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान से बढ़कर कुछ भी नहीं है।’’
जोधपुर में दलित युवती से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में राजस्थान पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की तुलना मणिपुर की एक घटना से करते हुए गहलोत ने लिखा,‘‘ जोधपुर में भयानक सामूहिक बलात्कार के बाद तीन आरोपियों को महज दो घंटे में गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन भाजपा को मणिपुर की शर्मनाक घटना में सिर्फ एक आरोपी को पकड़ने में 77 दिन लग गए।’’
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मणिपुर जल रहा है। महिलाओं के साथ बलात्कार किया जाता है, उन्हें नग्न किया जाता है, परेड करायी जाती है और प्रधानमंत्री चुप रहते हैं और बाहर बयान देते हैं।
जयराम रमेश ने कहा, "26 सियासी दलों के गठबंधन 'INDIA' ने मणिपुर पर चर्चा की मांग की है। पीएम नरेंद्र मोदी को बयान देना चाहिए और उनके बयान के आधार पर संसद के दोनों सदनों में चर्चा होनी चाहिए। हमारी मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। हम यह मांग उठाते रहेंगे।"
मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा कि वीडियो सामने आने के बाद बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। साइबर क्राइम की टीम भी वीडियो की जांच कर रही है।
आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मणिपुर की घटना के लिए मोदी सरकार जिम्मेदार है। दिल्ली में एक प्रेस वार्ता में आप की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि बीजेपी का मतलब बृजभूषण जनता पार्टी है।
कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह किया कि सदन में मणिपुर की स्थिति को लेकर चर्चा कराई जाए। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के अनुसार, सोनिया गांधी ने मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा के भीतर प्रधानमंत्री मोदी के साथ संक्षिप्त बातचीत के दौरान यह मांग की।
सदन की बैठक आरंभ होने से कुछ देर पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने सदन में सत्तापक्ष और विपक्षी सदस्यों की दीर्घा की तरफ जाकर नेताओं का अभिवादन किया। जब वह विपक्ष की दीर्घा के पास पहुंचे तो सोनिया गांधी के साथ उनकी थोड़ी देर बातचीत हुई। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत के दौरान सोनिया गांधी ने आग्रह किया कि मणिपुर की हिंसा के विषय पर सदन में चर्चा कराई जानी चाहिए।
मणिपुर के हालात पर कांग्रस के सांसद शशि थरूर ने कहा कि इस बात को लेकर बेहद चिंतित हूं कि पीएम इतने लंबे समय तक चुप रहे। हममें से कोई भी इसे समझ नहीं सका. हमें बहुत खुशी है कि उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ी, अब हम चाहेंगे कि वह इस मुद्दे पर संसद में चर्चा करें... हम चाहते हैं कि जब वह संसद के अंदर बोलें तो इस पर चर्चा करें। उन्होंने संसद के बाहर मीडिया से बात की है। मुझे बहुत खुशी है, उन्होंने कम से कम अपनी आवाज तो उठाई।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि आज सदन की कार्रवाई और व्यापार सलाहकार समिति की बैठक में विपक्ष का रवैया देखकर ये स्पष्ट हो जाता है कि वो मन बनाकर आए थे कि सदन की कार्रवाई नहीं चलने देंगे। शायद उनको परेशानी है कि प.बंगाल में जिस प्रकार से हिंसा की घटनाएं हुई हैं और छत्तीसगढ़ व राजस्थान में नारी शक्ति का बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियां हैं ऐसे में सरकार ने जब स्पष्ट कर दिया कि हम मणिपुर की घटनाओं पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं उसके बावजूद कांग्रेस और बाकि विपक्षी दल सदन की कार्रवाई को रोका.. ये स्पष्ट करता है कि विपक्ष सदन की कार्रवाई को चलने नहीं देना चाहती है।
NCW अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि मणिपुर की घटना दिल दहलाने वाली है, हमने इसमें DGP, CS और मणिपुर प्रशासन से बात की है। यह वीडियो मई का है, मामले में एक मुख्य आरोपी को गिरफ़्तार किया गया है। मैंने 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी है। साथ ही हमने ट्विटर को भी नोटिस दिया है कि उन्होंने इस तरह से एक महिला का बिना कपड़ों के वीडियो प्रसारित करने पर आपत्ति क्यों नहीं ज़ाहिर की।
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि मणिपुर की घटना को लेकर प्रधानमंत्री ने चुप्पी तोड़ी जो अच्छी बात है लेकिन मणिपुर में अब तक जो हुआ, जो लूट मची, मणिपुर जल रहा था, इतनी बर्बरता हुई थी तब प्रधानमंत्री ने चुप्पी क्यों साधी हुई थी? गृह मंत्री चुप क्यों थे? इस घटना पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा की गई टिप्पणी के बाद प्रधानमंत्री ने अपना बयान दिया वे पहले क्यों चुप थे। वे देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। हमारे देश में इस तरह की घटना घटित होना शर्म की बात है।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने कहा कि प्रधानमंत्री को 2 महीने के बाद ख्याल आया कि वहां कूकी समुदाय के लोगों का नरसंहार हो रहा है। उन्होंने मजबूरी में प्रतिक्रिया दी है, क्योंकि वीडियो पूरी दुनिया में वायरल हो रहा है कि किस प्रकार से वहां महिलाओं को पुलिस की गिरफ्त से निकाल कर उनके साथ बर्बरता की गई।
DCW प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को पत्र लिखकर जातीय हिंसा के जूझ रहे मणिपुर में कुछ पुरुषों द्वारा दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने के मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगी। मालीवाल ने ट्वीट में कहा, ‘‘महिलाओं के खिलाफ यौन अपराधों के संबंध में सरकार को एक तथ्यान्वेषी रिपोर्ट सौंपना चाहती हूं ताकि जल्द से जल्द कार्रवाई की जा सके।’’
मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह ने कहा कि हमने वीडियो देखा और मुझे बहुत बुरा लगा, यह मानवता के खिलाफ अपराध है। मैंने तुरंत पुलिस को दोषियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया और राज्य सरकार आरोपियों के लिए मौत की सजा सुनिश्चित करने का प्रयास करेगी। उन्होंने बताया कि कल रात करीब 1.30 बजे मुख्य अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि वीडियो सामने आने के तुरंत बाद घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए मणिपुर पुलिस हरकत में आई और आज सुबह पहली गिरफ्तारी की गई। फिलहाल गहन जांच चल रही है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, जिसमें मृत्युदंड की संभावना पर भी विचार किया जाएगा।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने बताया कि कल रात करीब 1.30 बजे मुख्य अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया। सीएम ने कहा कि हमने वीडियो देखा और मुझे बहुत बुरा लगा, यह मानवता के खिलाफ अपराध है। मैंने तुरंत पुलिस को दोषियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया और राज्य सरकार आरोपियों के लिए मौत की सजा सुनिश्चित करने का प्रयास करेगी।
राज्यसभा को मौजूदा सांसद हरद्वार दुबे के सम्मान में दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया, जिनका जून में निधन हो गया था।
मणिपुर की घटना पर संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने का जो वीडियो सामने आया है वो वास्तव में परेशान करने वाला है। भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने सरकार से इस पर कार्रवाई करने को कहा है।
संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने मणिपुर हिंसा पर कहा कि मेरा हृदय क्रोध और पीड़ा से भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि माताओं-बहनों की रक्षा के लिए कठोर कदम उठाए जाएँ। मणिपुर की घटना शर्मिंदा करने वाली है।
गुजरात के सीएम भूपेन्द्र पटेल ने इस्कॉन ब्रिज पर हुए हादसे के बाद मृतकों के परिवारवालों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है। सीएम ने कहा कि कल रात अहमदाबाद के इस्कॉन ब्रिज पर हुआ हादसा बेहद दुखद है। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और राज्य सरकार द्वारा मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये दिए गए हैं।
रायगढ़ पहुंचे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि यहां पर 45-47 घर हैं जिसमें से 15-17 घर मलबे के नीचे आ गए हैं और अब तक 4 लोगों की मृत्यु हुई है। बचाव अभियान जारी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस परिस्थिति के बारे में फोन पर जानकारी ली है। जो भी सहायता की जरूरत है वो केंद्र की तरफ से आवश्य मिलेगा। सभी लोग बचाव कार्य में जुटे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि महाराष्ट्र के रायगढ़ में तेज बारिश से हुए भूस्खलन के संबंध में मैंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से बात की। NDRF की 4 टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं और स्थानीय प्रशासन के साथ बचाव कार्यों में जुटी हैं। लोगों को वहां से निकालना और घायलों को तुरंत उपचार देना हमारी प्राथमिकता है।
समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि केंद्र सरकार को ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। मणिपुर के सीएम की वजह से कुप्रबंधन हुआ है। वहां राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। अगर एक वर्ग को सीएम पर भरोसा नहीं है, तो शांति स्थापित नहीं हो सकती। पीएम अच्छे भाषण देते हैं लेकिन देश में क्या हो रहा है, इसके बारे में नहीं बोलेंगे। मणिपुर में आदिवासियों को पीटा जा रहा है और सीएम (अपराधियों) को बचा रहे हैं।
कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि आज हमें शर्म आ रही है कि मणिपुर वायरल वीडियो पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए लेकिन पीएम, गृह मंत्री कहां हैं और क्या कर रहे हैं? मैं पूछना चाहता हूं कि पीएम चुप क्यों हैं? उन्होंने कहा कि हम मणिपुर के लिए रोडमैप तैयार कर रहे हैं। आप कई देशों का दौरा कर रहे हैं और कह रहे हैं कि भारत में सब कुछ ठीक है। हम पूछना चाहते हैं कि क्या आप अपने सीएम से इस्तीफा मांगेंगे या नहीं?
संसद सत्र से पहले बुधवार को हुई बैठक के बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमने मानसून सत्र के दौरान मणिपुर की स्थिति पर चर्चा कराने की मांग की है। प्रधानमंत्री सदन में आएं और मणिपुर की स्थिति पर चर्चा हो। दो महीने गुजर गए, लेकिन प्रधानमंत्री चुप हैं। आग्रह है कि उन्हें संसद में बयान देना चाहिए और चर्चा करानी चाहिए।
संसद का मॉनसून सत्र आज से, पढ़ें पूरी खबर
मणिपुर हिंसा पर फेल हुई मोदी सरकार, देखें वीडियो- https://www.youtube.com/watch?v=UZqiMtrSv00