संसद के मानसून सत्र के पांच दिन हंगामे की भेंट चढ़ चुके हैं। पिछले पांच दिनों में संसद में कोई कामकाज नहीं हो पाया। विपक्ष बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन SIR (Special Intensive Revision) के मुद्दे पर जोरदार प्रदर्शन कर रहा है। विपक्ष के लगातार हंगामे और नारेबाजी के बीच लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को पहले कुछ घंटों के लिए और फिर दिन भर के लिए स्थगित करना पड़ा है।
जगदीप धनखड़ ने मानसून सत्र के पहले ही दिन उप राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था, उनके इस्तीफे के बाद विपक्ष सवाल उठा रहा है कि आखिर इतना बड़ा फैसला अचानक क्यों ले लिया गया?
सरकार इस मानसून सत्र में 16 बिल पेश कर सकती है। इस लिस्ट में मर्चेंट शिपिंग बिल, इंडियन पोर्ट्स बिल 2025, तटीय नौवहन विधेयक, नेशनल स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल, नेशनल एंटी-डोपिंग संशोधन बिल, मणिपुर GST बिल, IIM संशोधन बिल और टैक्सेशन संशोधन बिल को पेश किया जा सकता है।
SIR पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा, “भारत के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। चुनाव आयोग भाजपा की एक शाखा के रूप में काम कर रहा है। CEC भाजपा के प्रवक्ता की तरह बोलते हैं… 24 घंटे में लापता मतदाताओं की संख्या 11000 से बढ़कर 1 लाख से अधिक हो गई है… अगर गृह मंत्रालय यह कहना चाह रहा है कि बिहार में 56 लाख अवैध मतदाता हैं तो वे कहां से आए?…”
विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही 28 जुलाई को सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, “…चुनाव आयोग इस मामले में हर परंपरा और मिसाल के खिलाफ जा रहा है। जो मतदाता सूचियां मौजूद हैं, वे उस मतदाता सूची का हिस्सा रहे संबंधित लोगों के सत्यापन के बाद बनाई गई हैं। अगर मौजूदा मतदाता सूची के संबंध में कोई आपत्ति है तो आप उसकी समीक्षा कर सकते हैं। आप वह नहीं कर सकते जो आप अभी कर रहे हैं।”
बिहार SIR के खिलाफ विपक्ष के विरोध पर केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन (ललन) सिंह ने कहा, “वे SIR क्यों चाहते हैं? जो मतदाता मर गया, जो मतदाता हमेशा के लिए देश छोड़ गया, जो मतदाता दो जगहों पर पंजीकृत है या जो व्यक्ति देश का नागरिक नहीं है – वे मतदाता क्यों बनना चाहते हैं? वे चाहते थे कि हम उन्हें एकतरफा खेलने दें। ऐसा नहीं होता।”
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, “यह लोकतंत्र की हत्या है। हम हर लोकतांत्रिक तरीके से इसके खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।”
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद परिसर में INDIA ब्लॉक के विरोध प्रदर्शन के दौरान SIR के कागज को प्रतीकात्मक रूप से फाड़कर कूड़ेदान में फेंक दिया।
SIR के मुद्दे पर विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बाद लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
SIR पर समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने कहा, “पूरा विपक्ष एकजुट है क्योंकि कहीं न कहीं हम सभी देख सकते हैं कि चुनाव आयोग एकाधिकार जमा रहा है और सरकार के निर्देशों पर काम कर रहा है। यह सरकार देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को नष्ट कर रही है… अगर चुनाव आयोग को यह काम करना ही था तो उसे पहले करना चाहिए था। वे चुनाव से ठीक पहले ऐसा क्यों कर रहे हैं? लगभग 50 लाख मतदाता प्रभावित होंगे और पूरी प्रक्रिया में कोई पारदर्शिता नहीं है।”
SIR के खिलाफ INDIA ब्लॉक के सांसदों ने विरोध प्रदर्शन किया और नारे लगाए।
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और पार्टी सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने INDIA ब्लॉक के अन्य सांसदों के साथ SIR के कागजों को फाड़ कर और कूड़ेदान में फेंककर विरोध जताया।
INDIA ब्लॉक के सांसदों ने बिहार में SIR के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और नारे लगाए।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और पार्टी सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा की मौजूदगी में INDIA ब्लॉक के सांसदों ने बिहार में चल रहे SIR के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और नारे लगाए।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “…हम केवल SIR के खिलाफ लड़ रहे हैं।”
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, “…उन्हें आरोपों का जवाब देना चाहिए। उन्हें हमें मतदाता सूची उपलब्ध करानी चाहिए, जिसकी हम मांग कर रहे हैं। इसमें पारदर्शिता होनी चाहिए। यह लोकतंत्र है। सभी राजनीतिक दलों को उस जानकारी तक पहुंच होनी चाहिए। यह जानकारी क्यों नहीं दी जा रही है?”
SIR पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, “भाजपा चाहेगी कि हम बिहार चुनाव का बहिष्कार करें क्योंकि उन्हें पता है कि अगर राजद और कांग्रेस साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे तो भाजपा का सफाया हो जाएगा… हम संघर्ष करेंगे और मतदाता सूची से मतदाताओं के नाम हटाने के खिलाफ आवाज़ उठाएंगे। हम बिहार में दो-तिहाई बहुमत से सरकार बनाएंगे।”
राज्यसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित। 25 जुलाई को सुबह 11 बजे पुनः बैठक होगी।
विपक्ष के लगातार हंगामे और नारेबाजी के बीच लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
राजद नेता तेजस्वी यादव के बिहार चुनाव के बहिष्कार वाले बयान पर कांग्रेस महासचिव और सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा, “देश में मौजूदा हालात ने तेजस्वी यादव पर ऐसा कहने के लिए दबाव डाला… चुनाव आयोग अप्रत्यक्ष रूप से मतदाता सूची से इतने सारे नाम हटाने को मंजूरी दे रहा है… उनकी मंशा सही नहीं है। हम ऐसा नहीं होने देंगे।”
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बिहार में चल रही SIR प्रक्रिया पर कहा, ‘चुनाव आयोग भारत के चुनाव आयोग की तरह काम नहीं कर रहा है। उन्होंने आज जो बयान दिया है वह पूरी तरह बकवास है… मैं चुनाव आयोग को संदेश देना चाहता हूं कि अगर आपको लगता है कि आप बच निकलेंगे तो आप ग़लतफ़हमी में हैं। हम आपके पीछे पड़ जाएंगे।”
कांग्रेस महासचिव और सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा, “…सरकार अपने सदस्यों को भी मना नहीं सकती, यहां तक कि वे कह रहे हैं कि यह प्रक्रिया लोकतंत्र के लिए एक बड़ी आपदा होगी। चुनाव आयोग पूरी तरह से पक्षपाती है। देश अब यही देख रहा है।”
बिहार SIR के मुद्दे पर कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने कहा, “हमारा मानना है कि इसके खिलाफ लड़ाई अभी जारी है और यह जारी रहनी चाहिए। हमें लगता है कि चुनाव आयोग सच्चाई को ज़रूर स्वीकार करेगा और लोगों को वोट देने से वंचित नहीं किया जाएगा… फिलहाल, यह आंदोलन जारी रहेगा।”
बीजेपी सांसद शशांक मणि ने कहा, “हम ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा चाहते हैं… आतंकवाद के खिलाफ हमने जो संदेश दिया है, उसकी गूंज दुनिया भर में सुनाई दे रही है… इस बात पर ज़रूर चर्चा होनी चाहिए कि हमने उनके 11 एयरबेस को नष्ट करने के बाद कैसे जवाबी कार्रवाई की… और अब हम विकसित भारत की ओर बढ़ रहे हैं।”
राष्ट्रपति द्वारा राज्यसभा के लिए मनोनीत वकील उज्ज्वल निकम ने संसद के उच्च सदन के सदस्य के रूप में शपथ ली।
सदन में विपक्षी सांसदों के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई।
पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने बिहार में SIR पर कहा, “पिछले 12-15 सालों से वे क्या कर रहे थे? इसका मतलब है कि वे सब ‘फ़र्ज़ी प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री’ हैं… और उनके पास ऐसा कौन सा संचार माध्यम है जिसके ज़रिए वे राज्य के बाहर काम करने वाले तीन करोड़ लोगों से जुड़े? वे किसी गांव में नहीं गए। मैं यह भी चुनौती देता हूं कि दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर किसने किए? चुनाव आयोग कह रहा है कि यहां आधार कार्ड मान्य नहीं है लेकिन, बैंक खातों से लेकर सरकारी योजनाओं तक, सब कुछ उसी से जुड़ा है… आप दस दस्तावेज़ क्यों मांग रहे हैं? इससे पता चलता है कि चुनाव आयोग वही कर रहा है जो भाजपा चाहती है।”
बिहार में SIR के मामले में विपक्ष के विरोध प्रदर्शन पर कांग्रेस सांसद जेबी माथेर ने कहा, “तेजस्वी यादव द्वारा बिहार चुनाव का बहिष्कार करने का विचार इस समस्या की गंभीरता को दिखाता है… इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए… जदयू सांसद गिरधारी यादव ने खुलकर इसकी आलोचना की है। यह सभी दलों का मुद्दा है।”
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भारत निर्वाचन आयोग द्वारा किए जा रहे SIR (Special Intensive Revision) के खिलाफ INDIA ब्लॉक के सांसदों ने संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
AAP सांसद संजय सिंह ने कहा, “दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचली और बिहारी लोगों के घर और दुकानें तोड़ी जा रही हैं… हमने इसका विरोध किया है। पूर्वांचल से समाजवादी पार्टी के सांसदों ने भी हमारे विरोध का समर्थन किया है। हम दिल्ली के पीड़ित लोगों के साथ खड़े हैं… बिहार के लोगों को दिल्ली में परेशान किया जा रहा है उन्हें बिहार में मतदाता सूची से हटाया जा रहा है, इसीलिए हम विरोध कर रहे हैं।”
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, “विपक्षी नेता जब भी बोलना चाहते हैं, उन्हें बोलने नहीं दिया जाता। हम चर्चा की मांग करते रहे हैं; उन्हें सहमत होना चाहिए। पिछले सत्र में, मुझे यह देखकर आश्चर्य हुआ कि व्यवधान सत्ता पक्ष से शुरू हो रहा था।”
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा, “INDIA गठबंधन चाहता है कि संसद में SIR के मुद्दे पर चर्चा हो क्योंकि 56 लाख से ज़्यादा मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं। यह लोकतंत्र और चुनाव प्रक्रिया पर ही हमला है। चुनाव आयोग भाजपा का एजेंट बन गया है… हम सुबह 11 बजे संसद में इस मुद्दे को उठाते रहेंगे।”