पनामा पेपर्स लीक में रियल एस्टेट कंपनी इंडियाबुल्स का भी नाम है। पनामा की लॉ फर्म Mossacck Fonseca (MF) के दस्तावेजों की जांच में सामने आया है कि इंडियाबुल्स के प्रमोटर ने करनाल के पते के जरिए बहामाज, यूके में कंपनी बनाई। बाद में इन सबको एक ट्रस्ट के जरिए संचालित किया। इंडियाबुल्स एसजी फैमिली ट्रस्ट के तहत आती है। इस कंपनी का नियंत्रण समीर गहलोत, उनके भाई नागेंद्र ओर पिता बलवान सिंह के पास है। एसजी फैमिली ट्रस्ट की ट्रस्टी परपेचुअल मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड की मुखिया समीर गहलोत की पत्नी दिव्या के माता-पिता जगदीप सिंह विर्क और मां सुमिता सिंह हैं। सुमिता सिंह पूर्व विधायक हैं और हरियाणा महिला कांग्रेस की अध्यक्ष हैं।
पनामा पेपर्स के अनुसार एसजी फैमिली ट्रस्ट के पास कैलेस इंफ्रास्ट्रक्चर (दिल्ली) का हक है। वहीं कैलेस के पास क्लाइवडेल ओवरसीज लिमिटेड (बहामास) का अधिकार है। इसमें भी क्लाइवडेल के पास बहामास, मॉरिशस, यूके और जर्सी में कई कंपनियों का मालिकाना हक है। इनमें क्लाइवडेल वेंचर्स लिमिटेड (यूके), क्लाइवडेल प्रोपर्टीज लिमिटेड और एंस्ले हॉल्डिंग्स लिमिटेड (बहामास) प्रमुख हैं। इन सभी कंपनियों का पता करनाल में समीर गहलोत का ससुराल है। क्लाइवडेल कंपनी के पास लंदन में तीन संपत्तियां हैं। इंडियाबुल्स सबसे पहले 2014 में सुर्खियों में आई थी। जब उसने लंदन के हनोवर स्क्वेयर में 87444 स्क्वेयर फीट की प्रॉपर्टी 155 मिलियन ब्रिटिश पौंड में खरीदी थी। इसके बाद समीर गहलोत ने लंदन में तीन और संपत्तियां खरीदी थी।
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इस बारे में इंडियाबुल्स के अजीत मित्तल ने ईमेल के जरिया बताया कि क्लाइवडेल और इंडियाबुल्स में कोई आर्थिक लेन-देन या आपसी हितों की समानता नहीं हैं। हालांकि ब्रिटिश मीडिया में क्लाइवडेल कंपनियों को इंडियाबुल्स का सदस्य, यूके सबसिडियरी बताया जाता है। क्लाइवडेल (यूके) के सीईओ तरुण त्यागी इंडियाबुल्स रियल एस्टेट ओवरसीज के भी सीईओ हैं। समीर गहलोत ने ईमेल के जरिए कहा कि, ‘क्लाइवडेल ओवरसीज लिमिटेड (बहामास) के यूके में निवेश की सारी जानकारी आरबीआई को दी गई है।’
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