अमिताभ बच्‍चन ने पनामा पेपर्स में सामने आई चार कंपनियों से किसी तरह के जुड़ाव से इनकार किया है जो उन्‍हें डायरेक्‍टर बताती हैं। The Indian Express द्वारा रिकॉर्ड्स की समीक्षा करने के बाद पता चला है कि अमिताभ बच्‍चन को चार में से एक कंपनी Tramp Shipping Limited (Bahamas) का डायरेक्‍टर बनाए जाने के बाद, कंपनी ने 1994 में, उनके भाई अजिताभ बच्‍चन के सह-मालिकाना हक वाली कंपनी से एक जहाज लिया था।

इससे पहले MV Nile Delta नाम का यह शिप Nile Shipping Ltd के पास था, जो कि 1990-91 में अजिताभ बच्‍चन द्वारा मरहूम मेहरनूश खजोटिया और लंदन के वकील सरोश जायवाला के साथ पार्टनरशिप में बनाई गई चार कंपनियों में से एक है।

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अमिताभ बच्‍चन ने शिप लिए जाने संबंधी सवालों के जवाब नहीं दिए हैं। जबकि अजिताभ बच्‍चन ने एक ईमेल में कहा, “मैं पिछले 20 सालों से NRI हूं। मैं 90 के दशक की शुरुआत में पूरी तरह कानूनी श‍िपिंग बिजनेस में शामिल था। मेरे भाई अमिताभ बच्‍चन का मेरे शिपिंग बिजनेस से कोई लेना-देना नहीं है।”

पनामा पेपर्स उन 11 मिलियन दस्‍तावेजों का नाम है जो टैक्‍स हैवन पनामा में मुख्‍यालय वाली कानूनी फर्म मोजाक फोनसेका की सीक्रेट फाइल्‍स से लीक हुई। यह टैक्‍स हेवन दुनिया भर के टैक्‍स हेवन्‍स में फर्जी कंपनियां खड़ी करने के लिए जाना जाता है।